File tracking system: अब बोलेगी फाइल और खोलेगी आगरा विकास प्राधिकरण के बाबुओं की पोल
जयपुर विकास प्राधिकरण की तर्ज पर आगरा में भी शुरू होगा फाइल ट्रैकिंग सिस्टम। हर फाइल का एक नंबर होगा जिसे कंप्यूटर में दर्ज किया जाएगा। एक ही पटल पर लंबे समय तक नहीं पड़ी रहेगी फाइल गुम होने पर आसानी से चल जाएगा पता।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण के कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए एक और कदम उठाया जा रहा है। जयपुर विकास प्राधिकरण की तर्ज पर यहां पर भी फाइल ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया जा रहा है। इससे अगर कोई बाबू किसी भी फाइल को लंबे समय तक अपने पास रखता है या फिर फाइल गुम हो जाती है तो ऐसे में आसानी से पता चल जाएगा। साथी संबंधित बाबू की पहचान आसानी से हो जाएगी।
आगरा विकास प्राधिकरण की आवासीय एवं व्यवसाय की योजनाएं हैं। पिछले 10 साल के भीतर प्राधिकरण से दर्जनभर के आसपास फाइलें गायब हो चुकी हैं। इसमें से अधिकांश फाइलें संपत्ति विभाग की थी। आवंटी की शिकायत के बाद डुप्लीकेट फाइल भले ही तैयार कर दी गई हो लेकिन सवालिया निशान यह लगता है कि आखिर कार्यालय से फाइल कहां चली गई। इसी आधार पर अब फाइल ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया जा रहा है। हर फाइल का एक नंबर होगा जिसे कंप्यूटर में दर्ज किया जाएगा। जैसे ही फाइल का निस्तारण संबंधित बाबू द्वारा किया जाएगा, कंप्यूटर पर इसकी जानकारी तुरंत फीड की जाएगी। लंबे समय तक एक ही पटल पर फाइल पड़ी रहने पर भी इसकी जानकारी हो सकेगी। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि यह व्यवस्था लागू होने से फाइलों के गुम होने आसार कम रहेंगे। साथ ही लापरवाह बाबू को भी चिन्हित किया जा सकेगा।
प्राधिकरण में खुलेगा जन सुविधा केंद्र
लोगों की सहूलियत के लिए आगरा विकास प्राधिकरण में जन सुविधा केंद्र खोला जाएगा। इससे लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा, एक ही छत के नीचे सभी शिकायतों का निस्तारण हो सकेगा।