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Paras Hospital Agra: श्री पारस हास्पिटल में 24 घंटे में हुई थी एक ही परिवार के दो सदस्यों की मौत, वीडियो बनाने वाले तक पहुंची पुलिस

श्री पारस हास्पिटल आगरा में हुआ था 26 अप्रैल को मौत का मॉकड्रिल। शनिवार को प्रशासन के पास पहुंची एक और शिकायत अब कुल 11 हो गई है शिकायतों की संख्या। शिकायतें बनेंगी हास्पिटल प्रशासन पर कार्रवाई का आधार। वीडियो बनाने वाले तक पुलिस पहुंची।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 11:50 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 11:50 AM (IST)
Paras Hospital Agra: श्री पारस हास्पिटल में 24 घंटे में हुई थी एक ही परिवार के दो सदस्यों की मौत, वीडियो बनाने वाले तक पहुंची पुलिस
आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल मामले में अब तक 11 शिकायतें सामने आ चुकी हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। क्या बताऊं, जो मेरे ऊपर बीता है। चौबीस घंटे के भीतर श्री पारस हास्पिटल में पहले पिता जी को खोया फिर भाई की पत्नी की मौत हो गई। दो लोगों की मौत ने परिवार को हिलाकर रख दिया। यह दोनों मौतें 26 अप्रैल को बिना आक्सीजन की कमी से हुई है। दोनों के इलाज में हद दर्जे की लापरवाही बरती गई है। मौत के मॉकड्रिल के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। यह शब्द हैं कृष्णा कालाोनी जीवनी मंडी रोड निवासी अशोक चावला के। अशोक चावला ने डीएम से शिकायत की है। उधर, शनिवार को प्रशासन को एक और शिकायत डाक से प्राप्त हुई है। शिकायतों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। उल्‍लेखनीय है कि आक्‍सीजन की कमी से यहांं 22 मरीजों की मौत होने की चर्चा है, जो आक्‍सीजन की कमी को लेकर माकड्रिल में होना बताया जा रहा है।

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अशोक ने बताया कि चार अप्रैल को पिता वासुदेव को कोविड की पुष्टि हुई थी। 12 अप्रैल की रात में पिता जी की तबीयत तेजी से खराब होने लगी। जिस पर श्री पारस हास्पिटल में भर्ती कराया। 20 अप्रैल को वेंटिलेटर पर रखने की बात कही गई। 26 अप्रैल को डाक्टर ने बुलाकर कहा कि आक्सीजन की कमी हो गई है। खुद ही इंतजाम करना पड़ेगा। इस पर आक्सीजन के इंतजाम में जुट गए और सिलेंडर मंगा भी लिए लेकिन बीस मिनट बाद हास्पिटल प्रशासन ने बताया कि वासुदेव की मौत हो गई है। 27 अप्रैल को छोटे भाई अमित की पत्नी मनीषा चावला की भी मौत हो गई। डेथ सर्टिफिकेट तो जारी हुए लेकिन मृतकों की सूची में नाम शामिल नहीं किया गया।

हास्पिटल प्रशासन है भाभी मीना की मौत का जिम्मेदार: मालवीय कुंज निवासी गरिमा का कहना है कि भाभी मीना को 21 अप्रैल को कोविड की पुष्टि हुई थी। श्री पारस हास्पिटल में भर्ती कराया गया। 26 अप्रैल को मौत हो गई, भाभी की मौत आक्सीजन की कमी से हुई है। इसका जिम्मेदार हास्पिटल प्रशासन है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

कोरोना का भय दिखाकर वसूला पैसा: भरथना इटावा निवासी राजू सिंह का कहना है कि बहनोई रिंकू यादव को कोविड नहीं था लेकिन जांच के नाम पर श्री पारस हास्पिटल प्रशासन ने परेशान किया। कोरोना पाजिटिव मानकर इलाज किया गया। आक्सीजन के नाम पर वसूली की गई। इलाज में लापरवाही बरतने से 26 अप्रैल को रिंकू की मौत हो गई।

डाक्टर को मिलनी चाहिए सजा ए मौत: सौरभ अग्रवाल का कहना है कि पत्नी राधिका अग्रवाल का निधन 26 अप्रैल को श्री पारस हास्पिटल में हुआ है। आक्सीजन कमी और इलाज में जिस तरीके से लापरवाही बरती गई है। उस आधार पर डाक्टर को सजा ए मौत मिलनी चाहिए।

छिन गया जीवनसाथी: आगरा निवासी अशोक कुमार का कहा है कि श्री पारस हास्पिटल प्रशासन की गलती का खामियाजा जिंदगी भर उन्हें उठाना पड़ेगा। 26 अप्रैल को पत्नी मुन्नी देवी की मौत हो गई। जीवनसाथी का साथ हास्पिटल प्रशासन ने छीन लिया।

कुल दस शिकायती पत्र प्राप्त हुए हैं। इसमें तीन रीप्रजेंटेशन फार्म के रूप में हैं। कुछ शिकायतें डाक से और भी प्राप्त हो सकती हैं। सभी शिकायतों की जांच होगी। वीडियो बनाने और उसे जारी करने वाले व्यक्तियों तक टीम पहुंच चुकी है। मामले की पूरी जांच की जा रही है।

प्रभु एन सिंह, डीएम आगरा


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