किसानों ने सौंपा ज्ञापन, नए कृषि कानून वापस लेने की मांग
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों और संयुक्त किसान मोर्चा ने बमरौली कटारा में एसीएम को सौंपा ज्ञापन
आगरा, जागरण संवाददाता। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने हाईवे जाम का निर्णय वापस लेकर ज्ञापन सौंपने का फैसला लिया था। इसके बाद भी शुक्रवार रात से ही पुलिस सक्रिय हो गई और किसान नेताओं को उनके आवास पर ही नजरबंद कर दिया थाऋ। शनिवार सुबह इन किसान नेताओं से एसीएम ने रोहता बाग में पहुंचकर ज्ञापन लिया। कुछ किसान नेताओं ने कलक्ट्रेट पहुंच राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और नए कृषि कानून वापस लेने की मांग की।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों और संयुक्त किसान मोर्चा ने बमरौली कटारा में एसीएम को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने साफ कहा कि काले कानून सरकार को वापस लेने होंगे। इस दौरान भारत सिंह, श्रीलाल तोमर, सुरेंद्र सिंह चाहर, कृपाल सिंह फौजदार, वीर सिंह फौजदार आदि मौजूद थे। किसान नेता श्याम सिंह चाहर, लाखन सिंह त्यागी, सत्यपाल, बने सिंह पहलवान को उनके आवास पर पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। शनिवार सुबह पुलिस की अनुमति पर श्याम सिंह चाहर व अन्य किसानों ने रोहता बाग में एकत्रित होकर एसीएम चतुर्थ विनोद कुमार को ज्ञापन सौंपा और नए कृषि कानून वापस लेने, किसानों को पाबंद से मुक्त किए जाने और उन पर लगे मुकदमें वापस लेने की मांग की। इधर किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह के नेतृत्व में दर्जनों किसान कलक्ट्रेट पहुंचे और एसीएम को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों पर कानून थोपना चाहती है। उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है और किसान हितों के साथ खिलवाड़ हो रही है। अगर कानून वापस नहीं हुए तो आंदोलन और गति पकड़ेगा। इस दौरान सौरभ चौधरी, सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी आदि मौजूद थे।