केबिल काटने की पुलिस से शिकायत करना पड़ा भारी, आगरा में किसान की हत्या
आगरा के मंसुखपुरा थाना क्षेत्र के बाज का पुरा गांव की घटना। थाने से लौटते समय ही गांव में पीट-पीटकर मार डाला। जमीन को लेकर दोनों पक्षों में चली आ रही है पहले से ही रंजिश। आरोपितों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। आरोपित घरों से फरार हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। मंसुखपुरा क्षेत्र के एक गांव में केबिल काटने की शिकायत पुलिस से करने पर दबंगों ने किसान की जान ले ली। थाने से लाैटते समय आरोपितों ने गांव में ही उसे घेर लिया। लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी से प्रहार करके उसको मरणासन्न कर दिया। स्वजन और ग्रामीण उसे एसएन इमरजेंसी ले गए। तब तक उसकी सांसें थम गईं। आरोपित पक्ष से किसान की जमीन को लेकर रंजिश चली आ रही थी।
मंसुखपुरा के बाज का पुरा निवासी 32 वर्षीय ओमप्रकाश किसान हैं। उनका गांव के ही विजय सिंह और राजपाल पक्ष से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। ओमप्रकाश जिस जमीन में अपना मकान बना रहे थे, उसको विजय सिंह पक्ष अपनी बताता था। छह माह से ओमप्रकाश के मकान का निर्माण बंद पड़ा था। राजस्व विभाग में केस भी चल रहा था। महेंद्र के चचेरे भाई विष्णु ने बताया कि 10-12 दिन पहले ओमप्रकाश के ट्यूबवैल से बिजली की केबिल काट ली गई थी।विजय सिंह पक्ष पर उन्हें शक था। उन्होंने इसकी शिकायत थाने में कर दी। मगर, थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दो दिन पहले विजय सिंह पक्ष ने ओमप्रकाश को जान से मारने की धमकी दी। दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद ओमप्रकाश ने फिर थाने जाकर मामले की शिकायत की। पुलिस गांव में गई, लेकिन बिना कार्रवाई वापस चली गई। मंगलवार को आरोपित पक्ष का फिर से विवाद हुआ। इसके बाद आेमप्रकाश ने थाना मंसुखपुरा में जाकर शिकायत की। रात आठ बजे ओमप्रकाश थाने से शिकायत करके गांव लौटा था। गांव में ही राजपाल और उसके परिवार के लोगों ने घेर लिया। इसके बाद लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।ओमप्रकाश को मरणासन्न करके आरोपित वहां से भाग गए। इसके बाद वहां पहुंचे स्वजन और पुलिस उन्हें पिनाहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर पहुंची। यहां से गंभीर हालत में उन्हें एसएन मेडिकल कालेज इमरजेंसी के लिए रेफर कर दिया गया। वहां पहुंचने पर ओमप्रकाश को मृत घोषित कर दिया गया। एसपी पूर्वी सोमेंद्र मीणा का कहना है कि केबिल काटने के विवाद के बाद किसान की गांव के ही लोगों ने हत्या की है। किसान का आरोपितों से जमीन का विवाद भी था। आरोपितों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। आरोपित घरों से फरार हैं।
पुलिस की लापरवाही से हुई हत्या
ओमप्रकाश की हत्या में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। स्वजन का कहना है कि ओमप्रकाश मंगलवार को तीसरी बार थाने में शिकायत करने गए थे। उन्होंने कहा था कि आरोपित पक्ष उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। पुलिस ने गांव में आने के बाद भी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उनका दुस्साहस बढ़ गया और उन्होंने हत्या कर दी। अगर पुलिस पहले ही कार्रवाई कर देती तो उनकी हत्या नहीं होती।
पाबंद करके बैठ गई पुलिस
थाना प्रभारी मंसुखपुरा गिरीश कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों में केबिल काटने को लेकर दो दिन पहले विवाद हुआ था। इस मामले में मंगलवार को इस मामले में ओमप्रकाश पक्ष से दो और राजपाल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ पाबंदी की कार्रवाई की गई है।