ताज का करना है अगर एक्स्ट्रा दीदार, तो कराना होगा इतने का रीचार्ज Agra News
भारतीयों को 40 विदेशियों को 600 का कराना होगा रीचार्ज। ताजमहल में तीन घंटे से अधिक रुकने पर पर्यटकों को देना होगा शुल्क।
आगरा, जेएनएन। दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल में पर्यटकों के अधिकतम तीन घंटे तक रुकने का नियम लागू हो चुका है। स्मारक में इससे अधिक समय बिताने पर उन्हें मैग्नेटिक क्वॉइन को रीचार्ज कराना होगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) क्वाइन रिचार्ज कराने पर पर्यटकों से केवल अपना शुल्क वसूलेगा।
एएसआइ ने ताजमहल पर मंगलवार से नई प्रवेश व्यवस्था करते हुए टर्न स्टाइल गेट व मैग्नेटिक क्वाइन की शुरुआत कर दी है। इसके साथ ही स्मारक पर भीड़ प्रबंधन के लिए पर्यटकों पर अधिकतम तीन घंटे तक ही स्मारक में रुकने का नियम लागू कर दिया है। स्मारक का दीदार कर लौटते समय एग्जिट प्वॉइंट पर लगा टर्न स्टाइल गेट पर्यटक के स्मारक में तीन घंटे से अधिक समय तक रुकने पर नहीं खुलेगा। इस स्थिति में पर्यटकों को क्वाइन को रीचार्ज कराना होगा। एएसआइ ने इसके लिए पूर्वी व पश्चिमी गेट पर रीचार्ज काउंटर बनाए हैं। पथकर पर्यटक से एक ही बार लिया जा सकता है। इसीलिए एएसआइ पर्यटकों से क्वाइन रिचार्ज करते समय केवल स्मारक का प्रवेश शुल्क ही लेगा। रीचार्ज का शुल्क भारतीय, सार्क व बिम्सटेक देशों के पर्यटकों के लिए 40 रुपये और विदेशियों के लिए 600 रुपये रहेगा।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताज में इन दिनों पर्यटक 75 से 90 मिनट तक ही रुक रहे हैं। अगर कोई तीन घंटे से अधिक रुकेगा तो उसे क्वाइन को रीचार्ज कराना होगा।
ताज पर पर्यटकों से लिया जाने वाला शुल्क
पर्यटक, एएसआइ का शुल्क, पथकर, कुल टिकट
भारतीय, 40, 10, 50
विदेशी, 600, 500, 1100
सार्क व बिम्सटेक, 40, 500, 540
ताज पर मुख्य मकबरे सहित पर्यटकों से लिया जाने वाला शुल्क
पर्यटक, एएसआइ का शुल्क, पथकर, कुल टिकट
भारतीय, 240, 10, 250
विदेशी, 700, 600, 1300
सार्क व बिम्सटेक, 240, 500, 740
नोट: 15 वर्ष तक के बच्चों पर कोई प्रवेश शुल्क लागू नहीं है।
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