आंबेडकर विवि में परीक्षा समिति की बैठक आज, दोबारा फार्म भरने का रखा जाएगा प्रस्ताव
आंबेडकर विवि की 2020-21 मुख्य परीक्षा का फार्म भरने से रह गए थे हजारों छात्र। लंबित सेमेस्टर परीक्षाओं को जल्द कराने पर होगी चर्चा। अलीगढ़ के धर्म समाज महाविद्यालय के बीएएलएलबी के छात्र अपनी परीक्षा संबंधी शिकायत के साथ परीक्षा नियंत्रक से मिले और ज्ञापन सौंपा।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में परीक्षा फार्म भरने से वंचित छात्रों को एक और मौका देने का प्रस्ताव परीक्षा समिति में रखा जाएगा। लंबित सेमेस्टर परीक्षाओं का बिंदु भी समिति के सामने रख अनुमोदन लिया जाएगा।
शुक्रवार को विश्वविद्यालय के पालीवाल पार्क परिसर के बृहस्पति भवन में परीक्षा समिति की बैठक है। इस बैठक में इस सत्र में परीक्षा फार्म भरने से वंचित छात्रों को एक मौका और देने का प्रस्ताव रखा जाएगा। परीक्षा फार्म भरने से वंचित हजारों छात्रों ने जुलाई में विश्वविद्यालय में काफी हंगामा भी किया था। मुख्य परीक्षा शुरू होने से पहले छात्र संगठनों ने भी इस मुद्दे को लेकर दो दिन तक विश्वविद्यालय ने हंगामा, धरना, पुतला फूंकना, टंकी पर चढ़ना, कुलसचिव का घेराव, परीक्षा नियंत्रक की गाड़ी के आगे लेटना आदि किया था। उस समय कार्यकारी कुलपति प्रो. आलोक राय ने आश्वासन दिया था कि छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्हें इसी सत्र में परीक्षा देने का मौका मिलेगा। सेमेस्टर परीक्षाओं के साथ उनकी परीक्षाएं कराई जाएंगी। इसी मौके को प्रस्ताव के रूप में परीक्षा समिति के सामने रखा जाएगा। इसके साथ ही लंबित सेमेस्टर परीक्षाओं को समय से कराने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इसके साथ ही 2013-14 के लंबित परिणाम का फैसला भी लिया जाएगा।
बीएएलएलबी छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक को दिया ज्ञापन
अलीगढ़ के धर्म समाज महाविद्यालय के बीएएलएलबी के छात्र अपनी परीक्षा संबंधी शिकायत के साथ परीक्षा नियंत्रक से मिले और ज्ञापन सौंपा। छात्रों ने वर्ष 2019 मे बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष में प्रवेश लिया था, जिसकी परीक्षा वर्ष 2020 में होनी थी लेकिन लाकडाउन के चलते शासन ने छात्रों को प्रोन्नत कर दिया। इसी दौरान कुछ छात्र रह गए जिनका परीक्षा फार्म नहीं भरा गया था और वह प्रोन्नत नहीं हो पाए। अपनी समस्या को लेकर छात्र पिछले एक साल से विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं। इसी साल 25 मार्च को परीक्षा समिति की बैठक में ऐसे छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाने का फैसला लिया गया था, लेकिन इसे अमली जामा नहीं पहनाया गया। छात्रों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कुलाधिपति, मुख्यमंत्री, यूजीसी, बीसीआई व कुलपति से कई बार गुहार लगाई है। गुरुवार को छात्र परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव से मिलने पहुंचे। उनके साथ एनएसयूआइ के अंकुश गौतम भी थे। परीक्षा नियंत्रक ने आश्वासन दिया कि नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।