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Electricity Bill Recovery: ऊर्जा मंत्री का जिला बिल जमा करने में फिसड्डी, मथुरा के बकायदारों पर नहीं चलता जोर

Electricity Bill Recovery 21 जिलों में मथुरा प्रथम और आगरा दूसरे स्थान पर दस किलोवाट से अधिक भार वाले उपभोक्ताओं ने नहीं किया बिल जमा। कासगंज और मैनपुरी में सबसे कम बकाएदार।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 03:55 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 03:55 PM (IST)
Electricity Bill Recovery: ऊर्जा मंत्री का जिला बिल जमा करने में फिसड्डी, मथुरा के बकायदारों पर नहीं चलता जोर
Electricity Bill Recovery: ऊर्जा मंत्री का जिला बिल जमा करने में फिसड्डी, मथुरा के बकायदारों पर नहीं चलता जोर

आगरा, जागरण संवाददाता। बिजली विभाग बकाए से डूबा हुआ है। ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा पत्र लिखकर खुद उपभोक्ताओं से बिल जमा करने की अपील कर चुके हैं, लेकिन यह जानकर आप चकित रह जाएंगे, कि ऊर्जा मंत्री के गृह जनपद में ही ज्यादा बिजली बिल बकाया है। बकाएदार बिल जमा ही नहीं करते हैं।

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बिजली विभाग पर चिराग तले अंधेरे वाली बात बिल्कुल सटीक बैठती है। प्रदेशभर के उपभोक्ता से बिजली बिल के भुगतान की अपील करने वाले ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा का जोर अपने ही जिले में नहीं चल रहा है। 

ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा के गृह जिले मथुरा में 700 से ज्यादा बकायदार हैं। बावजूद इसके इन पर कोइ जोर नहीं चल पा रहा है। इसी तरह से आगरा मंडल के अन्य जिले भी हैं, जहां बकायदारों की गिनती सैंकड़ा पार है। फिर भी विभाग कुछ नहीं कर पा रहा है। अकेले ब्रज मंडल में मथुरा पहले स्थान पर है तो दूसरे स्थान पर आगरा है। आगरा में 1103.38 लाख रुपये बकाया है। फीरोजाबाद में 478.81 लाख बकाया है। सबसे कम मैनपुरी 80.25 लाख रुपये बकाया है। पूरे डीवीवीएनएल के यह दस किलोवाट से अधिक भार वाले उपभोक्ता हैं। इसके अलावा घरेलू , छोटे कॉमर्शियल उपभोक्ताओं पर बकाया अलग है।

दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) में दस किलोवाट तक के 26 हजार उपभोक्ता हैं। इनमें 5176 उपभोक्ताओं ने बिल जमा नही किया गया है। इन पर 8583.02 लाख रुपये की राशि बकाया है। दूसरा सच यह है कि सबसे ज्यादा बकाएदार ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा के जिले में ही हैं। मथुरा में 781 बकाएदार उपभोक्ता हैं। इन पर 1319.72 लाख रुपये का बकाय है। ब्रज की बात करें, तो दूसरे स्थान पर आगरा है। आगरा में 1103.38 लाख रुपये बकाया है। फीरोजाबाद में 478.81 लाख बकाया है। सबसे कम मैनपुरी 80.25 लाख रुपये बकाया है। पूरे डीवीवीएनएल के यह दस किलोवाट से अधिक भार वाले उपभोक्ता हैं। इसके अलावा घरेलू , छोटे कॉमर्शियल उपभोक्ताओं पर बकाया अलग है।

जिला ------ उपभोक्ता------ बकाया

आगरा ------337-----------1103.38

मथुरा--------781-----------1319.72

फीरोजाबाद---361---------478.81

मैनपुरी--------71-----------80.25

एटा-----------123----------68.46

हाथरस--------250----------782.89

कासगंज-------73-----------56.79

अलीगढ़-------667----------694.38

बांदा---------155------------303.51

चित्रकूट------109-----------353.86

महौवा-------164------------287.31

झांसी---------300------------360.09

ललितपुर-----143------------275.53

उरई----------175------------455.56

औरेया--------113------------248.15

ईटावा--------239------------342.28

फर्रुखाबाद---313-----------390.57

कन्नौज--------195-----------551.39

कानपुर-------480---------- 705.21

जिले में काफी बकाया राशि है। उसे वसूलने के प्रयास किए जा रहे हैं। आने वाले समय में डिसकनेक्शन का अभियान चलाया जाएगा।

एके चौधरी, मुख्य अभियंता, द्वितीय जोन 


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