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अागरा में व्यापारी की हत्या और लूटपाट के दौरान अपार्टमेंट के अंदर और बाहर मौजूद थे आठ लोग

तिरंगा अपार्टमेंट में 11 अप्रैल को बिना नंबर की कार से महिला समेत चार लोग आए थे। लूटपाट के दौरान साथियों के फंसने की स्थिति में मदद के लिए अपार्टमेंट के मौजूद थे चार लोग। वारदात के बाद अलग-अलग रास्तों से होकर निकल गए थे हत्यारे।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 08:55 AM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 08:55 AM (IST)
अागरा में व्यापारी की हत्या और लूटपाट के दौरान अपार्टमेंट के अंदर और बाहर मौजूद थे आठ लोग
आगरा में व्‍यापारी किशन गोपाल अग्रवाल की लूट के बाद हत्‍या कर दी गई थी। फाइल फोटो

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के हरीपर्वत थाना क्षेत्र के अपार्टमेंट में व्यापारी की हत्या और लूटपाट करने वालों के पुलिस काफी करीब पहुंच गई है। व्यापारी की हत्या और लूटपाट में चार नहीं बल्कि आठ लोग शामिल थे। अपार्टमेंट में 11 अप्रैल की रात को बिना नंबर की कार से सिर्फ चार लोग आए थे। इनमें महिला समेत चार लोग कार लेकर अंदर गए थे। वहीं चार लोग अपार्टमेंट के बाहर ही रुक गए थे। वह अपार्टमेंट के बाहर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रख रहे थे। इसके साथ ही लूटपाट के दौरान अपार्टमेंट में साथियों के फंसने पर उनकी मदद करने के लिए तैयार थे। उनका काम जरूरत पड़ने पर चौकीदार को रोकना था। उसके ज्यादा विरोध करने पर वह उसके साथ अनहोनी भी कर सकते थे। पुलिस को व्यापारी की हत्या और लूटपाट करने वालों के बारे में अहम सुराग मिले हैं। इससे वह हत्यारों के काफी करीब पहुंच चुकी है।

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फ्रीगंज के तिरंगा अपार्टमेंट के प्रथम तल पर फ्लैट संख्या दस में रहने वाले आढ़त का काम करने वाले किशन गोपाल अग्रवाल (67 वर्ष) की 11 अप्रैल की रात को हत्या कर दी गई थी। बिना नंबर की कार से आई महिला और उसके तीन साथी बिना नंबर की कार से आए थे। हत्यारोपित एक युवक ने व्यापारी को अपना फूफा बताया था। चौकीदार से अपार्टमेंट का गेट भी उसी ने खुलवाया था। किशन गोपाल चारों लोगों को खुद नीचे आकर अपने साथ फ्लैट पर ले गए थे। महिला और उसके साथियों ने किशन गोपाल की हत्या कर दी। कमरे की तिजोरी में रखे नकदी-जेवरात लूटकर ले गए थे।

व्यापारी के परिवार के नजदीकी लाेगों का दावा है कि हत्यारे 60 लाख रुपये और एक किलोग्राम सोने व दस किलो चांदी के जेवरात लूटकर ले गए हैं। बिना नंबर की कार सवार लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इससे उसे हत्यारों के बारे में अहम सुराग मिले। हत्या और लूटपाट की घटना को अंजाम देने के लिए 11 अप्रैल की रात को आठ लोग आए थे। इनमें दो लोग अपार्टमेंट के बाहर साथियों की मदद के लिए रुक गए थे। बाकी दो लोग अपार्टमेंट से कुछ दूरी पर मौजूद थे। वह अपार्टमेंट के आसपास और वहां आने-जाने वाले लोगों पर नजर रख रहे थे। चारों एक साथ नही थे। क्योंकि इससे रात्रि कर्फ्यू में पुलिस चेकिंग के दौरान चारों को एक साथ देखकर शक कर सकती थी। इससे उनके पकड़े जाने का डर था।

व्यापारी की हत्या और लूटपाट के बाद महिला और तीनों साथियों के अपार्टमेंट से बाहर निकलने के बाद बाकी लोग वहां से भाग गए थे। पुलिस ने कुछ लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा है।उनसे मिली जानकारी के बाद वह हत्यारों के काफी करीब पहुंच गई है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि हत्याकांड में अहम सुराग मिले हैं। घटना का जल्द ही पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

आगरा से बाहर के है हत्यारोपित

सूत्रों के अनुसार व्यापाारी किशन गोपाल अग्रवाल की हत्या और लूटपाट करने वाले सभी आरोपित बाहर के हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को सीसीटीवी फुटेज और मृतक के मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर पूछताछ को पकड़ा था। उनसे ही पुलिस केा हत्यारोपितों के बारे में सुराग मिला। 


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