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Eid ul Fitr 2021: ईद के पहले आगरा में बाजार से गायब हुई फेनी, परेशान घूम रहे खरीददार

कोरोना कर्फ्यू के चलते एक सप्ताह में बिक गया पूरा माल। पांच हजार किलोग्राम रोज की थी बाजार में खपत। सिंवई से जयादा फेनी की मांग रहती है। शहर में फेनी दो जगह ही बनती है कोतवाली और लाेहामंडी इलाके में।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 11:42 AM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 11:42 AM (IST)
Eid ul Fitr 2021: ईद के पहले आगरा में बाजार से गायब हुई फेनी, परेशान घूम रहे खरीददार
आगरा में ईद के लिए फैनी बनाता कारीगर।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए आंशिक कर्फ्यू में इस बार ईद से दाे सप्ताह पहले ही बाजार से फेनी गायब हो गई। खरीददार परेशान घूम रहे हैं। लोगों को मुंहमागी कीमत पर भी उपलब्ध नहीं है। वहीं सिंवई के दाम भी इस बार 10 से 15 रुपये बढ़ गए हैं।

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शहर के लोहामंडी, मंटोला, नाई की मंडी, शाहगंज, सदर और ताजगंज मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रमजान का चांद दिखाई देने के बाद से ही फेनी, खजले और सिंवई की बिक्री शुरू हो जाती है। यह सिलसिला ईद का चांद दिखाई देने तक जारी रहता है। सिंवई से जयादा फेनी की मांग रहती है। शहर में फेनी दो जगह ही बनती है, कोतवाली और लाेहामंडी इलाके में। शहर में फेनी की करीब पांच हजार किलोग्राम रोज की खपत एक महीने तक रहती है। इस बार भी रमजान का चांद दिखाई देने से दो दिन पहले बाजार में फेनी और सिंवई आ गई थी।

लोगों ने माल तैयार करना शुरू कर दिया था। मई में कोरोना कर्फ्यू के चलते लोगों ने बाजार में मौजूद फेनी और खजले को खरीद लिया। उधर, प्रशासन द्वारा बाजार बंदी की घोषणा के चलते फेनी और खजला तैयार करने वालों ने माल बनाना बंद कर दिया। आगरा में यह दोनों चीजें स्थानीय स्तर पर ही तैयार करके बेची जाती हैं। बाहर का माल बहुत कम आता है। कोतवाली निवासी यासिर का ईद पर फेनी बनाकर बेचने का बड़ा काम है। शहर में 30 फीसद माल वह सप्लाई करते हैं। यासिर के अनुसार बाजार बंदी के चलते इस बार फेनी बनाने का दो सप्ताह बाद ही बंद कर दिया। क्योंकि तैयार माल को खपाने के लिए बाजार का खुलना जरूरी है। ईद के बाद यह माल बिकता नहीं है।

रिफाइंड के दाम में वृद्धि का भी पड़ा प्रभाव

सिंवई और फेनी बेचने वाले आरिफ बताते हैं कि इस बार रिफाइंड के दाम में वृद्धि का भी प्रभाव पड़ा है। रिफाइंड की कीमत दोगुनी होने के चलते भी लोगों ने सिर्फ उतना ही माल तैयार किया, जितना बाजार में रोज बिक सके। उन्होंने स्टाक नहीं किया था। कोरोना कर्फ्यू के चलते लोगों ने माल बनाना बंद कर दिया। इससे ईद से दो सप्ताह पहले ही माल बाजार से गायब हो गया।

थानाें में पीस कमेटी की बैठक, पांच लोगों को ही इजाजत

ईद की नमाज को लेकर मंगलवार को थानों में पीस कमेटी की बैठक हुई। इसमें पुलिस ने मस्जिद के इमामों और समाज के प्रबुद्ध लोगों को बुलाया था। पुलिस ने लोगों से कहा कि जुमा अलविदा की तरह ईद पर भी मस्जिदों में सिर्फ पांच लोगों को ही नमाज पढ़ने की इजाजत है। पुलिस ने इमामों से समाज के लोगों से घराें ही नमाज पढ़ने की अपील करने की कहा।

इबादत में गुजारी पूरी रात

मंगलवार को 29 रमजान की रात रोजेदारों ने इबादत में गुजारी। बुधवार को हिलाल कमेटी की बैठक है। अगर बुधवार को चांद दिखाई देता है तो ईद 13 मई की होगी। लोगों ने घरों और कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए मस्जिदों में इबादत में रात गुजारी। 


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