अपराधी हो जाएं सावधान, अब ही गतिविधि पर रहेगा ईगल का पहरा Agra News
एसएसपी ने मजबूत सिस्टम बनाया है। जल्द ही जिले में 80 पुलिसकर्मियों की विशेष टीम काम शुरू कर देगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। अपराधियों की निगरानी के लिए एसएसपी बबलू कुमार नया प्रयोग कर रहे हैं। चीता मोबाइल की तर्ज पर उन्होंने जिले में ईगल मोबाइल का गठन किया है। मगर, इसका काम केवल अपराधियों पर नजर रखने का ही होगा। इनके काम की निगरानी को भी एसएसपी ने मजबूत सिस्टम बनाया है। जल्द ही जिले में 80 पुलिसकर्मियों की विशेष टीम काम शुरू कर देगी।
थाने स्तर से अपराधियों की मॉनीटरिंग में लापरवाही बरती जाती है। इससे वे लगातार घटनाएं करते रहते हैं। ऐसे अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए एसएसपी बबलू कुमार ने ईगल मोबाइल क्रिमिनल मॉनीटर बनाए हैं। हर थाना क्षेत्र से दो पुलिसकर्मियों का इसके लिए चयन किया गया है। इनको बाइक दी जाएगी। बाइक से ये अपने-अपने थाना क्षेत्र में घूमकर अपराधियों की निगरानी करेंगे। डीसीआरबी से वाट्सएप ग्रुप पर जोड़कर इनसे सूचनाओं का आदान प्रदान जारी रहेगा। इसके लिए जिला स्तर पर डीसीआरबी में कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है। टीम के सभी पुलिसकर्मी दिनभर में किए गए कार्यों की रिपोर्ट डीसीआरबी के साथ-साथ अपने थानेदार और क्षेत्राधिकारी को भी देंगे। हर माह के दूसरे और चौथे शनिवार को एसएसपी खुद इनकी बैठक लेकर काम की समीक्षा करेंगे। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि ईगल मोबाइल का गठन कर दिया गया है। जल्द ही यह अपना काम शुरू कर देगी। यह अपराधियों की निगरानी के लिए कारगर सिद्ध होगी।
जेल से छूटते ही अपराधी के पीछे होगी ईगल मोबाइल
अपराधी के जेल से रिहा होते ही डीसीआरबी में इसकी सूचना मिलेगी। यहां से संबंधित थाना क्षेत्र के ईगल मोबाइल को वाट्सएप पर इसकी सूचना दे दी जाएगी। वे उसके घर जाकर उसका फोटो खींचकर पूछताछ करेंगे।
तैयार होगा डाटा बेस
ईगल मोबाइल को हर दिन दस अपराधियों का डोजियर तैयार करने का लक्ष्य दिया जा रहा है। इनकी हर दिन मॉनीटरिंग भी होगी। एक माह में ईगल मोबाइल तीन सौ से अधिक अपराधियों के फोटो और उनके बारे में पूरी जानकारी जुटा लेगी। इस तरह सभी ईगल मोबाइल एक माह में 1200 अपराधियों का डाटा जुटा लेंगी। यह डाटा बेस भी पुलिस के बहुत काम आएगा।
ईगल मोबाइल क्रिमिनल मॉनीटर के ये होंगे काम
- थाना वार अपराधियों की सूची दी जाएगी। हर टीम कम से कम दस अपराधियों का डोजियर तैयार करेगी।
- जेल से छूटे अपराधियों की सूचना डीसीआरबी से वाट्सएप ग्रुप पर दी जाएगी। संबंधित इनका डोजियर तैयार करेंगे।
- जेल जाने वाले अपराधियों से पूछताछ कर डोजियर तैयार करेंगे।