DVVNL: लाइन लॉस से घाटे में जा रहा डीवीवीएनएल, बिजली चोरी में शहर को पीछे छोड़ रहे ये गांव
DVVNL लाइन लॉस से घाटे में जा रहा डीवीवीएनएल गांवों में ज्यादा बिजली चोरी। 31 फीसद उपभोक्ताओं कभी नहीं करते बिजली का बिल जमा।
आगरा, जागरण संवाददाता। बिजली का बिल जमा करने में सिकंदरा के उपभोक्ता फिस्ड्डी हैं, बिजली चोरी करने में किरावली के लोग सबसे आगे हैं। यही वजह है कि किरावली दक्षिणांचल के अधिकारियों के भी निशाने पर रहता है।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के आगरा में दो सर्किल हैं। ईडीसी आगरा में चार डिवीजन सिकंदरा, कमला नगर, किरावली और खेरागढ़ हैं। इनमें सबसे ज्यादा बकाया सिकंदरा डिवीजन के उपभोक्ताओं पर हैं। दूसरे स्थान पर खेरागढ़ हैं। तीसरे स्थान पर किरावली और चौथे स्थान पर कमला नगर डिवीजन है। बिजली चोरी करने में प्रथम स्थान पर किरावली है।
69 फीसद लोगों ने जमा किया बिल
आगरा में ईडीसी फतेहाबाद और आगरा में साढ़े चार लाख उपभोक्ता हैं। दो लाख 25 हजार ईडीसी आगरा में हैं। केवल 70546 उपभोक्ताओं ने बिल जमा किया है। इस हिसाब से आगरा के 31 फीसद उपभोक्ता कभी बिल जमा नहीं करते हैं।
कनेक्शन कटने के बाद भी चोरी
बिजली अधिकारियों के अनुसार तीन माह का बकाया होने पर उपभोक्ता का कनेक्शन काट दिया जाता है। ग्रामीण उपभोक्ता उसके बाद भी लाइन पर तार डालकर बिजली का प्रयोग करते हैं। इस तरह विभिन्न उपभोक्ताओं पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है।
तीन माह बकाया पर कटता कनेक्शन
बिजली अधिकारियों के अनुसार उपभोक्ता पर तीन महीना का बिजली बिल बकाया हो जाता है। विभाग को उनका कनेक्शन काटने का आदेश हैं, लेकिन बिजली अधिकारी इस नियम को ज्यादातर छोटे उपभोक्ताओं पर अप्लाई करते हैं। घरेलू उपभोक्ताओं के कनेक्शन तीन महीना का बकाया होने पर ही काट दिया जाता है।
छह सौ करोड़ की होती बिलिंग
डीवीवीएनएल में 1900 से 2100 मिलियन यूनिट बिजली की खपत होती है। यह लगभग नौ करोड़ रुपये की खरीद होती है, लेकिन बिलिंग छह सौ करोड़ रुपये की ही हो पाती है। बाकी तीन सौ करोड़ रुपये की बिजली लाइन लॉस और चोरी में खपत हो जाती है।
क्या है स्थिति
डिवीजन-------- उपभोक्ता------बकाया राशि लाख में
सिकंदरा--------20529 ---------26415
खेरागढ़---------19696----------17904.40
किरावली-------19998----------16445.40
कमला नगर----10323----------8807
लॉकडाउन के दौरान बकाया राशि बढ़ गई है। उपभोक्ताओं को फोन करके बिल जमा करने के लिए कहा जा रहा है। उपभोक्ता जमा नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी।
हरीश बंसल, अधीक्षण अभियंता, डीवीवीएनएल