आगरा में सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट पहले ही दिन हुआ धराशायी, बिना चार्जिंग स्टेशन कैसे दौड़ें इलेक्ट्रिक बस
चार्जिंग स्टेशन तैयार नहीं इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का कर दिया दावा।15 फीसद कार्य होना है बाकी। अभी दो सप्ताह का लगेगा समय। मंगलवार को वुर्चुअल माध्यम से सीएम योगी ने दिखाइ थी हरी झंडी। आगरा को मिली थीं पांच बसें।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पहले दिन ही हवा निकल गई। अधिकारियों ने बुधवार से बसों के विधिवत संचालन का दावा किया, जबकि बसों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन ही तैयार नहीं है। संभावना है कि 15 दिन से पहले चार्जिंग स्टेशन तैयार नहीं हो सकेगा, फिलहाल स्पेशल जनरेटर के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है।
एमजी रोड सहित दूसरे रूट पर संचालित होने के लिए पांच इलेक्ट्रिक सिटी बसें मंगलवार को आगरा को मिली, जिसमें पहले दिन जनप्रतिनिधियों ने भी कुछ दूर सफर किया था। बुधवार सुबह से बसों का संचालन नहीं हाे सका, जिससे लोगों को मायूसी हुई। नरायच में इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें 10 फीसद से अधिक कार्य अभी बाकी है। पहले भी चार्जिंग स्टेशन के कारण ही प्रथम चरण में आगरा में बसों का संचालन प्रभावित हुआ था। 31 मार्च तक चार्जिंग स्टेशन बनना था और एक अप्रैल 2021 से इलेक्ट्रिक सिटी बस संचालित होनी थी। कार्यदायी संस्था और जिम्मेदार अधिकारियों के लचर रवैये के कारण आगरा पिछड़ता चला गया। चार्जिंग स्टेशन पर 50 बसें एक साथ चार्ज हो सकेंगी। एक बस चार्ज होने के बाद 120 किलोमीटर चल सकती है। आगरा-मथुरा सिटी ट्रांसपोर्ट के एमडी मनोज पुंडीर ने बताया कि बसों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है साथ ही लंबित कार्य भी पूरा हो रहा है। जल्द ही बसों का संचालन होगा।