यहां महिलाओं ने लिया है आगरा को ऑक्सीजन टेंपल बनाने का संकल्प
आगरा हॉर्टिकल्चर क्लब ने मनाई अपनी छठवीं वर्षगांठ। शहर को हरा-भरा एवं प्रदूषण मुक्त बनाना है मकसद।
आगरा [जेएनएन]: कहते हैं प्रकृति मां हैं और पेड़-पौधे इसके आभूषण। आगरा में महिलाओं का एक समूह इन्हीं आभूषणों को बचाने और प्रकृति की गोद को हरा-भरा बनाने की मुहिम में जुटा हुआ है। आगरा हॉर्टिकल्चर क्लब एक क्लब है जो आगरा को ऑक्सीजन टेंपल बनाना चाहता है। जिसके सदस्यों के इरादे अलग हैं, उनका नेकी करने का तरीका अलग है। वे हमें और हमारे बच्चों को स्वच्छ हवा और हरा-भरा वातावरण उपहार में देना चाहते हैं। भविष्य की झोली से टूटती सांसों को बचाना चाहते हैं।
शहर में हरियाली के प्रति जुनून है आगरा हॉर्टिकल्चर क्लब का। सितंबर 2012 में क्लब की स्थापना आगरा को हरा-भरा, साफ-सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से हुई थी। सोमवार को आइटीसी मुगल होटल में अपनी छठवीं वर्षगांठ मनाई तो उपलब्धियां मन प्रफुल्लित करने वाली थीं। इस दौरान विशेषज्ञों और पर्यावरणविदों की मौजूदगी में पौधों की विभिन्न प्रजातियों की उपलब्धता, उन्हें कैसे रसायनिक खाद्य के बिना तैयार किया जाए, इसकी जानकारी दी गई। मुख्य अतिथि समाजसेवी रश्मि मगन ने क्लब के अब तक के कार्यों की प्रशंसा की और उनके इस जागरूकता अभियान में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान डॉ. रंजना बंसल, अशु मित्तल, सोनी ग्रोवर, पारुल गर्ग, मोनिका अग्रवाल, निकी चोपड़ा, सुमिता छिब्बा, रेनू भगत आदि मौजूद थीं।
वर्ष दर वर्ष तय किये नये मुकाम
वर्ष 2017-18 में अलग-अलग तरह की गतिविधियों जैसे क्लब होम गार्डन, ऑर्गेनिक किचिन गार्डन, स्कूलों में अवेयरनैस लेक्चर्स, कार्यशालाएं जैसे प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल आदि को मिलाकर 19 सफल आयोजन किए गए। कोपडिमास और बोनसाई पर एक विशेष कार्यशाला भी की गई।
दिन की शुरूआत होती है पौधों की देखभाल के साथ
क्लब की संस्थापक अध्यक्ष लवली कथूरिया ने बताया कि क्लब में 75 सदस्य हैं। इनके दिन की शुरुआत पौधों की देखभाल से होती है। विभिन्न आयोजनों में सभी पौधों का ही आदान-प्रदान करते हैं। आपस में प्रतिस्पर्धा है, कि किसके पास कितना सुंदर और ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वाला पौधा है। नई प्रजाति के पौधों का विकास, प्रसार कर उसे दूसरे तक पहुंचाना ही इस क्लब के सदस्यों का मकसद होता है। पूर्व में भी शाहजहां गार्डन में पौधारोपण करना हो या कीठम में चल रहे रेस्क्यू केंद्र को वित्तीय मदद देना, क्लब ने सबमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। संस्थापक अध्यक्ष डेजी गुजराल ने बताया कि शहर में लोगों को पौधों का उपहार देने की शुरूआत भी क्लब ने की थी। ऑक्सीजन चाहिए तो ऑक्सीजन टेम्पल बनाइये की सोच विकसित करना है। शुद्ध वायु, प्रदूषण मुक्त शहर का सपना लेकर क्लब ने अब तक काम किया है। उसे शहर के हर हिस्से तक पहुंचाया जाएगा।
हर अवसर पर देते हैं हरियाली का तोहफा
जन्मदिन हो या कोई और अन्य पार्टी- फंक्शन उपहार में एक-दूसरे को पौधे देते हैं। स्कूल-कॉलेजों में जाकर बच्चों, युवाओं को पेड़-पौधों का महत्व समझाते हैं। विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों को हरियाली बचाने और बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं।
हरित हो शहर बनाया है ये ही ध्येय
पौधे वायु को शुद्ध बनाने का काम करते हैं। अगर हम इन्हें नहीं लगाएंगे तो भविष्य में सांस लेना भी दूभर हो जाएगा। लोगों को अपने साथ ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर घूमना होगा। क्लब का उद्देश्य है कि आगरा को ऑक्सीजन टेम्पल बनाना है।
- डॉ. रंजना बंसल, सदस्य
हार्टिकल्चर क्लब आगरा में जागरूकता की ऐसी बयार बहा रहा है, जिसमें आगरा का हर मार्ग फूलों व हरे-भरे वृक्षों से सजा हो। आने वाले दिनों में संस्था की मेहनत व कार्य आम आदमी को जागरूक कर एक नई अलख जगाएगा।
- रश्मि मगन, समाजसेवी
शहर में जिस तेजी से प्रदूषण बढ़ रहा है और हरियाली सिमट रही है, उसके बाद हर किसी को पौधारोपण करना चाहिए। क्लब ने ऐसा ही अभियान चलाया हुआ है। इसे और विस्तार दिया जा रहा है।
- अशु मित्तल, आयोजन अध्यक्ष