छावनी परिषद की चेयरपर्सन बनीं डॉ. रेनू
आगरा: छावनी परषिद की जनरल कमेटी की चैयरमेन बनीं डा. रेनू महेंद्रू। पहली बार किसी महिला को मिला यह पद।
जागरण संवाददाता, आगरा : छावनी परिषद की बैठक में इस बार ऐतिहासिक फैसला लिया गया। नारी सशक्तीकरण की राह पर चलते हुए पहली बार जनरल कमेटी की चेयरपर्सन किसी महिला को बनाया गया है। इतना ही नहीं कमेटी के बोर्ड मेंबर में तीन महिला सदस्यों को भी निर्वाचित किया गया है। डॉ. रेनू महेंद्रू को परिषद का चेयरपर्सन चुना गया है।
शुक्रवार को छावनी सभागार में हुई परिषद की बैठक में अध्यक्ष ब्रिगेडियर आरएस रावत, सीईओ एम वेंकट रेड्डी, उपाध्यक्ष डॉ. पंकज महेंद्रू एवं अन्य कार्यकारिणी सदस्यों ने जनरल कमेटी के चेयरपर्सन पद के लिए डॉ. रेनू महेंद्रू को निर्वाचित किया। इसके साथ ही विजयलक्ष्मी, राजकुमारी और सीमा राजपूत को भी सदस्य बनाया गया। महिलाओं सहित आर्मी की ओर से हेल्थ ऑफिसर ब्रिगेडियर प्रेरक मित्तल, कर्नल यश सक्सेना एवं अन्य ऑफिसर को कमेटी की कार्यकारिणी सदस्यता दी गई। उपाध्यक्ष डा. पंकज महेंद्रू के अनुसार डा. रेनू कई वर्षो से छावनी परिषद की सदस्य हैं। पेशे से पैथोलॉजिस्ट डा. रेनू लंबे समय से समाज सेवा के कार्यो में आगे रही हैं। उनके कार्यो को देखते हुए बोर्ड ने उन्हें चेयरपर्सन पद के लिए निर्वाचित किया है।
पहले से दी जा रही महिला सदस्यों को तवज्जो
छावनी परिषद में हमेशा से ही महिला सदस्यों को महत्वपूर्ण माना गया है। वर्तमान में भी 50 महिला सदस्य परिषद में हैं। जनरल कमेटी में पहली बार चेयरपर्सन और कार्यकारिणी के पद पर महिलाओं को तवज्जो दी गई है। उन्होंने बताया कि परिषद पर आने वाले एडमिनिस्ट्रेशन, फाइनेंस आदि के मामले सबसे पहले जनरल कमेटी के पास ही जाते हैं।
अगले वर्ष की कार्यकारिणी भी चुनी गई
बैठक में 2019- 20 के लिए जनरल कमेटी कार्यकारिणी भी निर्वाचित कर ली गई। जिसमें उपाध्यक्ष डा. पंकज महेंद्रू, दुर्गेश उपाध्यक्ष, तारिक अहमद, दिलीप कनौजिया को निर्वाचित किया गया।
बजट पर हुई चर्चा
बैठक में 2018-19 और 20 के लिए बजट पास किया गया। छावनी क्षेत्र में विकास के लिए परिषद को बजट बढ़ाने की जरूरत है। इसको ध्यान में रखते हुए कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। तहबाजारी, दुकानों का किराया, जिन दुकानों पर किराए को लेकर विवाद चल रहा है उसका समाधान, दो से तीन साइड पर एंट्री बढ़ाना जैसे बिंदु चर्चा में शामिल थे। ग्रांट बढ़ाने को लेकर भी मंथन किया गया।