मोटापे से हो रही डायबिटीज, वजन कम करने से ठीक
15 किलो वजन कम करने से इंसुलिन का होने लगता है स्राव उत्तर प्रदेश डायबिटीज एसोसिएशन की कार्यशाला में हुइ चर्चा
आगरा, जागरण संवाददाता। डायबिटीज (मधुमेह) मोटापे से हो रही है, ऐसे में 15 किलो वजन कम करने से डायबिटीज (रिवर्सबल डायबिटीज) ठीक हो सकती है। इसे लेकर शनिवार को होटल केएनसीसी फतेहाबाद रोड पर उत्तर प्रदेश डायबिटिक एसोसिएशन की कार्यशाला यूपीडाकॉन में विशेषज्ञों ने चर्चा की।
कार्यशाला में डॉ. एनके सिंह, नेशनल चेयरमैन रिसर्च सोसायटी स्टडी ऑफ डायबिटीज, झारखंड ने बताया मधुमेह की प्रारंभिक अवस्था में 10 से 15 किलो वजन कम करने से पेनक्रियाज की कुछ सेल से इंसुलिन का स्राव होने लगता है। इससे शुगर का स्तर नियंत्रित हो जाता है, ऐसे में वसा कम लेने, दिन में दो हजार से कम कैलोरी लेने और नियमित व्यायाम से मधुमेह से छुटकारा मिल सकता है। इसे लेकर देश विदेश में शोध हुए हैं, बेरियाट्रिक सर्जरी भी मधुमेह रोगियों में की जा रही है। इसके भी अच्छे रिजल्ट आ रहे हैं। श्री नगर के डॉ. एएच जारगर ने बताया कि भारत में सात करोड़ लोग मधुमेह के शिकार हैं। पतले लोग भी मधुमेह की चपेट में आ रहे हैं। यह सब्जियों में इस्तेमाल हो रहे केमिकल से हो रहा है, यह शरीर में पहुंच रहे हैं। इससे एंडोक्राइन सिस्टम डैमेज होने लगता है। कार्यशाला में जूनियर डॉक्टरों ने 60 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए, मेडिकल छात्रों के बीच पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ पद्मश्री डॉ. डीके हाजरा ने किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. पीके माहेश्वरी, सचिव डॉ. प्रभात अग्रवाल, डॉ. आशीष गौतम, डॉ. निखिल पुरसनानी, डॉ. एमएल पुरसनानी, डॉ. बीबी माहेश्वरी, डॉ. सुनील बंसल आदि मौजूद रहे।