Covid 19: मधुमेह के रोगियों के लिए ज्यादा घातक साबित हो रहा कोरोना, बचाव को उठाएं ये कदम
अब तक आए कोरोना वायरस संक्रमितों में 80 फीसद मधुमेह के रोगी। इम्युनिटी कमजोर होने के चलते इस वायरस पहले बना रहा है डायबिटीक रोगियों को अपना शिकार। समय से अपनी दवाई लेते रहें और अपना शुगर लेवल मेंटेन रखें।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोविड-19 का संक्रमण सभी के लिये खतरनाक है और सभी को इससे बचाव करने की जरूरत है, लेकिन मधुमेह के मरीजों के लिये ये घातक साबित हो रहा है। इसलिये उन्हें कोविड-19 से बचाव के उपायों का कई तरीके से पालन करने की जरूरत है। संतुलित भोजन लें और इन दिनों खासतौर पर मीठे से परहेज करें ताकि आपकी शुगर अनियंत्रित न हो।
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. प्रभात अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 का असर मधुमेह के मरीजों पर उतना ही होता है जितना कि साधारण मरीजों पर, हालांकि डायबिटीज के मरीजों की स्थिति कोरोना वायरस की वजह से सामान्य मरीजों की तुलना में ज्यादा खराब हो सकती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को कोरोना से बचने के लिए इन चीजों के बारे में सावधानी रखनी चाहिए। उन्हें अपनी दवा समय से लेनी चाहिए, डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए, कोई दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से फोन के माध्यम से संपर्क करना चाहिए, यदि वे इंसुलिन लेते हैं तो समय से इंसुलिन लेना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों के शरीर में ब्लड शुगर का स्तर सामान्य नहीं रह जाता जिसकी वजह से उनकी रोगों से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है। टाइप 1 के शुगर के मरीजों में इंसुलिन की कमी हो जाती है। जिसकी वजह से खून में ग्लूकोज का स्तर बढ जाता है।
वहीं टाइप 2 मरीजों के शरीर में इंसुलिन मौजूद होता है लेकिन ठीक तरीके से काम नहीं करता है इसलिए कोरोना वायरस से बचने के लिए इन मरीजों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।
डायबिटीज के मरीजों को जरा सा भी कोरोना की तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। साथ ही खुद को आइसोलेट कर लेने में ही उनकी भलाई है। डायबिटीज के मरीजों को भीड़भा़ड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए क्योंकि इनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है, इसलिए इनके तेजी से संक्रमित होने का खतरा रहता है।वहीं डायबिटीज के मरीजों को अपने ब्लड शुगर का लेवल नियमित रूप से चेक करवाते रहना चाहिए ताकि किसी तरह के संक्रमण से बचा जा सके।