किया जो रावण का दहन तो होगा अंजाम बुरा, पढि़ए लंकेश के भक्तों ने कहा किया ऐलान
लंकेश भक्त मंडल ने किया कार्यक्रम आयोजित। पुतला जलाने वालों को एफआइआर की चेतावनी।
आगरा [जेएनएन]: आज का दिन विशेष है। विजय दशमी के उत्सव में हर कोई सराबोर है। लंकापति दशानन के दहन की तैयारियां जोरों पर है। लंकेश के दहन की तैयारी मथुरा में भी चल रही थीं तो दूसरी ओर लंकेश के भक्तों ने बड़ा ऐलान कर सनसनी फैला दी है।
शुक्रवार को दशहरा के अवसर पर एक तरफ जहां रावण के पुतले को जलाने की तैयारी हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ शिव तांडव स्त्रोत के रचयिता रावण के स्वरूप को पूजा जा रहा था। बकायदा लंकेश भक्त दशानन के जयकारे लगे रहे थे।
विजयदशमी पर लंकेश भक्त मंडल ने प्रत्येक वर्ष की तरह दशानन की पूजा की। शुक्रवार को लक्ष्मी नगरी स्थित यमुना पार पुल के नीचे बने शिव मंदिर पर दोपहर 12 बजे कार्यक्रम आयोजित किया गया। सबसे पहले स्वरूप (कुलदीप अवस्थी) को तैयार किया गया। बकाएदा दस सिर जैसा रूप बनाया गया। इसके बाद रावण और भक्तों ने मिलकर महादेव की भव्य पूजा की। फिर दशानन पूजा हुई। इसके बाद महाआरती की गई। लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। मंडल अध्यक्ष एडवोकेट ओमवीर सारस्वत ने बताया कि रावण प्रकांड पंडित थे तथा सारस्वत समाज के पूर्वज भी थे। जिसके चलते पिछले 15-20 वर्षों से उनकी पूजा की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि लंकापति रावणके पुतले को जलाया जाना गलत है। इससे वातावरण प्रदूषित होता है। जो कानूनन गलत भी है। अगर इसका उल्लंघन किया जाता है, तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी जाएगी। थाने से मुकदमा दर्ज न हुआ, तो अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा। इस अवसर पर संजय सारस्वत, गजेंद्र सारस्वत, ब्रजेश सारस्वत, देवेंद्र सारस्वत, रमाकांत, संजीव, सुनहरी लाल, अजय, किशन, प्रमोद आदि मौजूद रहे।