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CoronaVirus: बिना लाकडाउन भी ब्रज के मंदिरों में पसरा है सन्नाटा, जानिए क्या है हाल

CoronaVirus बांके बिहारी मंदिर में जहां एक दिन में हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे थे आज वहां एक या दो भक्त की दर्शन करने पहुंच रहे। प्रेम मंदिर बिहारी जी के आसपास के रेस्टोरेंट पर भी ताला डलने की नाैबत।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 05:29 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 05:29 PM (IST)
CoronaVirus: बिना लाकडाउन भी ब्रज के मंदिरों में पसरा है सन्नाटा, जानिए क्या है हाल
बिहारी जी मंदिर में फूल बंगला के दर्शन को भी नहीं पहुंच रहे भक्त। फाइल फोटो

आगरा, जेएनएन। कोरोना संक्रमण का खतरा लोगों में किस कदर है, इसका नतीजा ब्रज के मंदिरों में देखने को मिल रहा है। ठा. बांकेबिहारी समेत सभी मंदिरों में जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती थी, वहां आज सन्नाटा पसरा है। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में भी चंद श्रद्धालु ही दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। प्रेममंदिर और इस्कान मंदिर में तो श्रद्धालु नजर ही नहीं आ रहे।

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ठा. बांकेबिहारी मंदिर जहां श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए प्रबंधन हमेशा जिद्दोजेहद करता रहा, आज हालात पूरी तरह विपरीत हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हुई, तब भी श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट नहीं हो रही थी। इसे देखते हुए प्रबंधन ने योजना बनाकर आनलाइन पंजीकरण कराने वाले श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति का एलान किया और इसके लिए तय संख्या दो हजार कर दी। शुरुआत के कुछ दिन तो दो हजार से कुछ अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए आते रहे। लेकिन धीरे-धीरे जैसे कोरोना संक्रमण अपने पैर पसारने लगा और श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट नजर आने लगी। वर्तमान में हालात ये कि फूलबंगला में बैठ जब ठा. बांकेबिहारी दर्शन दे रहे हैं, तो दर्शन के लिए चंद श्रद्धालु ही मंदिर पहुंच रहे हैं, इन्हें गाइड लाइन का पालन कराने की भी जरूरत नहीं। चूंकि एक या दो श्रद्धालु ही एकबार में मंदिर में दर्शन के लिए आ रहे हैं। यही हालात इस्कान और प्रेम मंदिर में दिख रहे हैं। इस्कान में आसपास रह रहे विदेशी भक्त दर्शन के लिए जरूर पहुंच रहे हैं।

रेस्टोरेंटों में भी छाई वीरानी

श्रद्धालुओं की आमद रुकी तो बांकेबिहारी मंदिर से लेकर प्रेममंदिर तक दर्जनों रेस्टोरेंट, ढाबों का संचालन हो रहा है। जिनमें आम दिनों में श्रद्धालुओं को अपना नंबर लगाना पड़ता था। आज वहां कोई भी श्रद्धालु नजर नहीं आ रहा। कई रेस्टोरेंट तो बंद हो चुके हैं और कई रेस्टोरेंट चल रहे हैं तो उनमें कर्मचारियों की छंटनी हो चुकी है।


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