खेलजगत के फलक पर सितारा बन उभर रहींं ताजनगरी ये बेटियां Agra News
क्रिकेट जगत में पूनम यादव और दीप्ति शर्मा में नाम रोशन कर रही हैं। आयुषी गुप्ता ने शूटिंग रेंज में दिखाया है अपना दमखम।
आगरा, जागरण संवाददाता। मोहब्बत की बेमिसाल इमारत ताजनगरी की यह बेटियां खेलों में सबके लिए मिसाल हैं। यहां नारी सशक्तिकरण की बात होती है तो इनके ही नाम जुबां पर आ जाते हैं। इन्होंने अपने बल-बूते नाम कमाया है। शहर में हर कोई इन बेटियों को हालात को मात देने वाली महिला शक्ति बताता है। इन्होंने विश्व पटल पर नाम कमाया है वह काबिले तारीफ है। इनसे प्रेरणा लेकर ताजनगरी की बेटियां आगे बढ़ रही हैं।
पूनम यादव
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिरकी गेंदबाज पूनम यादव अपने खेल का लोहा क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों में मनवा चुकी हैं। अर्जुन अवार्डी पूनम से टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी टी-20 क्रिकेट में विकेट लेने के मामले में पीछे हैं। उनके क्रिकेट में आने की कहानी भी काफी दिलचस्प है। आगरा के एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम में भारतीय टीम की सदस्य हेमलता काला और प्रीति डिमरी को खेलते देखा। तब उन्हें पता चला कि महिला क्रिकेट भी होता है। उन्होंने क्रिकेट खेलना जिंदगी का एकमात्र उद्देश्य बना लिया। वर्ष 2011 में रेलवे में जॉब लगी। वर्ष 2013 में इंडिया के लिए डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 2017 में महिला विश्वकप व वर्ष 2018 में टी-20 विश्वकप भी खेल चुकी हैं। 2019 में पूनम को अर्जुन अवार्ड मिला तो एक बार फिर शहर की शान बढ़ गई।
दीप्ति शर्मा
महिला क्रिकेट में आलराउंडर दीप्ति शर्मा भी ताजनगरी का नाम रोशन कर रही हैं। बोदला की अवधपुरी कॉलोनी निवासी भगवान शर्मा और सुशीला देवी की बेटी दीप्ति ने भाई के साथ स्टेडियम जाना शुरू किया था। पहले जिला फिर उप्र की टीम में जगह बनाई। इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। उप्र की टीम से खेलने के बाद वर्ष 2014 में टीम इंडिया में पदार्पण किया। इसके बाद तो उन्होंने रिकॉर्ड की लाइन लगा दी। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 20 रन देकर छह विकेट लेने का वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन और 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है। यह कामयाबी उन्होंने 43वें मैच में हासिल की। सचिन तेंदुलकर इनकी तारीफ कर चुके है।
आयुषी गुप्ता
अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज आयुषी गुप्ता पर पिता ऋषि गुप्ता और मां पूनम गुप्ता ही नहीं, पूरे आगरा को गर्व है। सेंट एंथनीज स्कूल में कक्षा 12वीं की छात्रा रहते हुए पुणे में आयोजित अखिल भारतीय शूटिंग प्रतियोगिता में देश की नामी शूटरों को पछाड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल किया था। इसके बाद आयुषी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की हसरत लिए आयुषी दिल्ली पहुंची। यहां उसने अपनी प्रतिभा को निखारना जारी रखा है।