निर्यातक की सतर्कता से हैकर्स की साजिश नाकाम, जानिए कैसे
हरीपर्वत क्षेत्र के शू कारोबारी के खाते से रकम निकालना चाहता था रकम कारोबारी की ईमेल हैक कर दूसरे खाते में रकम ट्रांसफर करने को भेजा था मेल, सतर्कता से बची रकम
आगरा, जागरण संवाददाता। शहर के एक जूता निर्यातक की सतर्कता ने हैकर्स की साजिश को नाकाम कर दिया। निर्यातक की ईमेल आइडी हैक करने के बाद उन्हें अपने खाते में रकम ट्रांसफर करने का मेल भेज दिया। कंपनी ने विदेशी फर्म से संपर्क किया तो खेल पकड़ में आ गया।
मामला हरीपर्वत क्षेत्र निवासी एक जूता निर्यातक कंपनी का है। कंपनी कई विदेशी कंपनियों से कारोबार करती है। कुछ महीने से उनके पास विदेशी कंपनी के ईमेल आ रहे थे। जो कंपनी के पूर्व में आने वाले मेल से कुछ भिन्न थे। निर्यातक ने इस पर ध्यान नहीं दिया। मेल में एक महीने से निर्यातक पर रकम का जल्द भुगतान देने का दबाव बनाया जाने लगा। उन्होंने रकम ट्रांसफर करने की तारीख दे दी। अगले ही दिन विदेशी कंपनी द्वारा निर्यातक को ईमेल भेजा गया। इसमें अपने पुराने एकाउंट की जगह नया खाता देते हुए रकम उसमें ट्रांसफर करने को कहा। भुगतान लाखों में होने के चलते निर्यातक ने विदेशी कंपनी से संपर्क किया। नए एकाउंट में रकम ट्रांसफर करने की पुष्टि की। कंपनी ने पुराने खाते में ही रकम भेजने की कहा। इससे निर्यातक को अपनी ईमेल आइडी हैक होने की आशंका हुई। पिछले सप्ताह साइबर सेल में शिकायत की। जांच में बेंगलुरू सेईमेल आइडी हैक होने का पता चला। इसके पीछे नाइजीरियन गैंग के होने की आशंका जताई जा रही है।
कारोबारियों को पहले भी हैकर्स बना चुके हैं निशाना
वर्ष 2017: खंदारी निवासी केमिकल कारोबारी अनुज अग्रवाल वियतनाम की एक कंपनी से केमिकल आयात करते थे। उनकी ईमेल आइडी हैक करके हैकर्स ने 36 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।
अक्टूबर 2016: हरीपर्वत के लंगड़े की चौकी निवासी शू एक्सपोर्टर लखविंदर सिंह के खाते से हैकर्स ने आठ हजार से अधिक यूरो ब्रिटेन के बार्कलेस बैंक में ट्रांसफर करा लिए। साइबर सेल की सक्रियता के चलते यह रकम एक्सपोर्टर को वापस मिल सकी।
फरवरी 2016: सिकंदरा क्षेत्र के एक शू एक्सपोर्टर की चीनी हैकर्स ने वेबसाइट हैक करके करीब एक करोड़ रुपये शंघाई के एक बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए।
मई 2015: जयपुर हाउस निवासी शू एक्सपोर्टर की हंगरी के हैकर्स ने मेल आइडी हैक करके 1.60 लाख यूरो बुडापेस्ट में एक बैंक खाते में ट्रांसफर किए।
हैकर्स से बचने को निर्यातक यह रखें ध्यान
-क्लाइंट या वायर अचानक खाता बदल रहा है तो कॉल करके कंफर्म जरूर करें। केवल ईमेल पर भरोसा करके ट्रांजेक्शन न करें।
-जिस मेल से भुगतान के संबंध में क्लाइंट से कम्युनिकेशन करें उसे गोपनीय रखें। सार्वजनिक न करें।