Cyber Crime: साइबर शातिरों ने 41 पुलिस पेंशनर्स पर साधा ठगी को निशाना, चार राज्यों में फैला है नेटवर्क
Cyber Crime ट्रेजरी अधिकारी बनकर काल की कुछ लोगों के खातों से रकम भी की पार। दिल्ली झारखंड और बिहार के कई मोबाइल नंबर जांच के दायरे में। पुलिस पेंशनर्स को ठगी से बचाने के लिए जागरूकता को अभियान चलाया जा रहा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिस पेंशनर्स को निशाना बनाने वाले गैंग का नेटवर्क उप्र, दिल्ली, झारखंड और बिहार में फैला है। रेंज साइबर थाने की टीम को कुछ सुराग मिले हैं। इनके आधार पर टीम जांच को आगे बढ़ा रही है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक शातिर 41 पुलिस पेंशनर्स को काल कर चुके हैं। इन सभी से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।
शाहगंज निवासी सेवानिवृत्त एचसीपी नाहर सिंह से 99 हजार रुपये ठगी की शिकायत मिलने पर आइजी ए सतीश गणेश ने मामले की जांच रेंज साइबर थाने की टीम को दी है। ये शातिर केवल पुलिस पेंशनर्स को ही निशाना बना रहे हैं। उनके सेवानिवृत्त होने की जानकारी के साथ शातिरों के पास खाते में आई रकम की भी जानकारी है। इसलिए पेंशनर्स आसानी से उनका शिकार बन रहे हैं। वे ट्रेजरी अधिकारी बनकर काल करते हैं। खाता अपडेट करने के बहाने पूरी डिटेल हासिल कर लेते हैं। इसके बाद इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खाते खाली कर देते हैं। पुलिस इस मामले में शातिरों के बारे में पता करने के साथ ही इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि उनके पास पुलिस पेंशनर्स का डाटा कहां से आया? कहीं उन्होंने सरकारी विभाग के गेटवे में सेंध तो नहीं लगा ली। क्योंकि पेंशनर्स के खातों में आई रकम की जानकारी सामान्य तौर पर कहीं से नहीं मिल सकती। पुलिस टीम को शातिरों के नंबरों से कुछ और नंबर मिले हैं, जो उनके संपर्क में थे। इनके बारे में भी जानकारी की जा रही है। ये मोबाइल नंबर उप्र, बिहार, झारखंड और दिल्ली के हैं।
जागरूकता को चलाया जा रहा अभियान
आइजी ए सतीश गणेश ने बताया कि पुलिस पेंशनर्स को ठगी से बचाने के लिए जागरूकता को अभियान चलाया जा रहा है। पेंशनर्स के वाट्सएप ग्रुपों पर सचेत करने वाला मैसेज वायरल किया गया है। कोशिश की जा रही है कि अब शातिरों के जाल में कोई पुलिसकर्मी न फंसे।