विधायक के रिश्तेदार की गिरफ्तारी को मथुरा में पुलिस ने डाला डेरा
राजू हत्याकांड में मुख्य आरोपित अंशुल है मथुरा जिले के एक विधायक की शरण में, पुलिस ने गिरफ्तारी को झोंकी पूरी ताकत, आरोपित अभी तक नहीं आया टीम के हाथ
आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिस हिरासत में मौत के 16 दिन बाद भी पुलिस मुख्य आरोपित तक नहीं पहुंच सकी है। वह मथुरा जिले के एक विधायक की शरण में है। उसको पकड़ने के लिए अब टीम ने मथुरा में डेरा जमाकर जाल बिछा लिया है।
सिकंदरा के गैलाना रोड स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी राजू गुप्ता की 22 नवंबर को सिकंदरा थाने में पुलिस हिरासत में मौत हुई थी। उसकी मां रेनू गुप्ता ने पड़ोसी अंशुल, विवेक और पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें विवेक को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अंशुल प्रताप मथुरा जिले के एक विधायक का रिश्तेदार है। इसलिए पुलिस उसे पकड़ने में अब तक नाकाम रही है। वह विधायक की ही शरण में बताया जा रहा है। अब पुलिस ने मथुरा में डेरा जमाकर अपना जाल बिछा दिया है। उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है।
दारोगा भी नहीं आया पकड़ में
हत्या के मुकदमे में दारोगा अनुज सिरोही का नाम भी पुलिस ने खोल दिया। इसके बाद दारोगा ने न्यायालय में समर्पण को प्रार्थना पत्र दे दिया। मगर, बाद में वह अदालत में नहीं पहुंचा तो उसका समर्पण प्रार्थना पत्र खारिज हो गया। अभी वह भी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
अल्टीमेटम का समय निकला
मामले में एडीजी अजय आनंद ने आरोपितों की गिरफ्तारी को दो दिन का अल्टीमेटम दिया था। पुलिस ने अल्टीमेटम की समय सीमा में केवल विवेक को गिरफ्तार किया। दारोगा और मुख्य आरोपित अभी फरार हैं।
मजिस्ट्रेटी जांच भी धीमी
-जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने मजिस्ट्रेटी जांच एसीएम प्रथम को दी है,लेकिन चर्चित मामला होने के बाद भी वह जांच को लेकर गंभीर नहीं है। राजू के परिजनों के मुताबिक अभी मजिस्ट्रेट ने उनसे ही ठीक तरीके से जानकारी नहीं ली है।