जुबां पर झलका दर्द, मां बोली-मेरे सामने बेटे को पीट-पीटकर मार डाला
इकलौते बेटे की हर कराह पर फ टता था कलेजा, हाथ जोड़कर बेटे की जान की भीख मांगी फिर भी न पसीजे वर्दी वाले
आगरा (जागरण संवाददाता): पुलिस हिरासत में राजू की मौत के बाद मां सदमे में है। शुक्रवार को वह बेटे को मारने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा लिखाने थाने पहुंची तो जुबां से दर्द झलक पड़ा। अफसरों के सामने उसने पुलिस की बर्बरता की कहानी सुनाई तो रोंगटे खड़े हो गए। उसके सवालों के जवाब भी किसी के पास नहीं थे।
सिकंदरा के गैलाना स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी 30 वर्षीय राजू गुप्ता उर्फ हेमंत कॉलोनी के ही अंशुल प्रताप के यहां काम करता था। अंशुल का फिनाइल और केमिकल का काम है। उसने घर से लाखों के गहने चोरी करने का आरोप लगाकर राजू को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। हिरासत में पिटाई से उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को उसका शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा था। मां रेनू लता गुप्ता दोपहर को थाना सिकंदरा पहुंचीं। उस समय इंस्पेक्टर के चैंबर में एसपी सिटी प्रशांत वर्मा, एसपी पश्चिम अखिलेश नरायण सिंह, एएसपी अभिषेक समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। रेनू ने बताया कि उनके बेटे में बच्चों जैसी बुद्धि थी। उस पर चोरी का आरोप लगाकर गलत फंसा दिया। बुधवार को पुलिस उसे पकड़कर थाने ले गई। पुलिस ने रात में उससे मारपीट की। गुरुवार को पुलिसकर्मी जीप में रेनू को भी बैठाकर थाने ले आए। उनका कहना है कि थाने के एक कमरे में राजू को बैठा रखा था। उनके पहुंचते ही पुलिसकर्मियों ने राजू के कपड़े उतार दिए। उसे नंगा करके डंडे से पीटने लगे। वह चीख रहा था। मम्मी बचाओ. मम्मी बचाओ.। चिल्ला रहा था। उन्होंने पुलिसकर्मियों के हाथ जोड़कर न पीटने को कहा तो उनका कहना था कि जब तक यह चोरी करना नहीं स्वीकारेगा? तब तक इसकी पिटाई होगी। वे उसे डंडे से पीटते रहे। इसी बीच उसकी हालत बिगड़ गई। उसकी जान निकल चुकी थी लेकिन पुलिसकर्मियों ने रेनू को नहीं बताया। इसके बाद उन्हें थाने से छोड़ दिया। रेनू का कहना था कि उनके पति की 17 साल पहले मौत हो चुकी थी। बेटा ही एक सहारा था। उसे भी वर्दी वालों ने छीन लिया। मैंने उनका क्या बिगाड़ा था। अब मैं किसके सहारे जिऊंगी। रेनू की भावुक बातें सुनकर अधिकारी भी गर्दन ऊपर नहीं कर सके। एसपी सिटी ने उन्हें सांत्वना दी। बताया कि जिन पुलिसकर्मियों ने गलत किया है उन्हें सजा जरूर मिलेगी। इसी उम्मीद के साथ रेनू वहां से चली गई।
कांग्रेसी पहुंचे थाने
पुलिस अभिरक्षा में मौत के मामले में कांग्रेस नेता थाने पहुंचे। कांग्रेस नेत्री शबाना खंडेलवाल भी उनके साथ थीं। उन्होंने घटना पर पुलिस को कटघरे में खड़े करते हुए अधिकारियों से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।