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ताज के समीप विदेशी पर्यटक को गाय ने पटका, सिर में लगी चोट Agra News

डेनमार्क के पर्यटक नील्‍स हुए घायल। जिला अस्‍पताल में भर्ती।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 02 Feb 2020 04:35 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 07:40 AM (IST)
ताज के समीप विदेशी पर्यटक को गाय ने पटका, सिर में लगी चोट Agra News
ताज के समीप विदेशी पर्यटक को गाय ने पटका, सिर में लगी चोट Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल के आसपास बेसहारा आतंक कम होने के नाम नहीं ले रहा। आये दिन पर्यटक इस आतंक की चपेट में आ जाते हैं। रविवार को डेनमार्क के पर्यटक को गाय ने घायल कर दिया। फिलहाल पर्यटक को जिला अस्‍पताल में भर्ती किया गया है।

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रविवार दोपहर ताज महल का भ्रमण कर डेनमार्क के पर्यटक नील्स लौट रहे थे। पुरानी मंडी, ताजगंज पर गायों को सड़क पर घूमता देख नील्‍स फोटो खींचने लगे। तभी एक गाय ने नील्‍स को पटक दिया। जमीन पर गिरने से नील्‍स के सिर में चोट आ गई। चोटिल नील्‍स को देख गाइड तमशील ने पर्यटन थाने सूचित किया और एंबुलेंस मंगवाई। फिलहाल नील्‍स का ि‍जिला अस्‍पताल में उपचार चल रहा है।

जनवरी माह में दो पर्यटक बने थे शिकार

पिछले माह जनवरी में चार दिनों के अंतराल पर दो पर्यटक बेसहारा आतंक के शिकार बने थे। 25 जनवरी की शाम ऑस्‍ट्र‍ेलियाई पर्यटक महामद अपनी महिला मित्र अलविया के साथ ताज का दीदार कर लौट रहे थे। वे पूर्वी गेट से जैसे ही बाहर निकले तो होटल ताज खेमा के पास आवारा कुत्‍तों ने हमला बोल दिया। उनमें से एक कुत्‍ते ने महामद को काट लिया था। वहीं 29 जनवरी को ताजमहल के पश्चिमी गेट के पास एक तमिलनाडु की पर्यटक को बंदर ने काट लिया था। अब रविवार को फिर एक पर्यटक बेसहारा आतंक के निशाने पर आ गया।

नगर निगम में नहीं हो रही सुनवाई

इससे पूर्व भी ताजमहल पर आवारा आतंक से पर्यटक परेशान होते रहे हैं। आवारा पशुओं का आतंक ताजमहल के बाहर ही नहीं अंदर भी है। बंदरों के उत्‍पात से कई बार ताजमहल के पर्यटक चोटिल होते रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन इस आतंक के खात्‍मे के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताज का दीदार पर्यटकों के लिए बंदर और कुत्ते मुश्किल बना रहे हैं। सुबह व शाम के समय स्मारक में बंदरों के चलते उनके लिए खतरा रहता है, जबकि स्मारक में कुत्ते खुलेआम घूमते रहते हैं। एएसआइ द्वारा कई पत्र लिखे जाने के बावजूद नगर निगम का इस पर कोई ध्यान नहीं है। स्मारक में सुबह के समय और शाम के समय मुख्य मकबरे के नजदीक व उद्यान में बंदरों को पर्यटकों के करीब घूमते हुए देखा जा सकता है। शनिवार को भी स्मारक में कुत्ते इधर से उधर विचरण करते हुए देखे गए। उन्हें हटाने को कागजों से आगे बात नहीं बढ़ पाती है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा नगर निगम को पत्र लिख दिया जाता है, लेकिन नगर निगम के स्तर पर कार्रवाई नहीं होती।

पर्यटक कब-कब हुए शिकार

- 07 सितंबर, 2017 को पुर्तगाल के मैनुअल सिल्वा को बंदर ने काटा।

- 22 मई, 2018 को फ्रांस की टीकू और फॉससर्ड को बंदरों ने काटा।

- 08 जुलाई, 2018 को ऑस्ट्रिया की क्रिस्टीना को बंदर ने काटा।

- 22 नवंबर, 2018 को इटली की मरियम को बंदर ने काटा।


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