हॉस्पिटल की सील खुलवाने को पंजीकरण का चल रहा खेल
आगरा: बिना पंजीकरण हॉस्पिटल चलाने और इलाज करते झोलाछाप पकड़े जाने वाले हॉस्पीटलों की सील अब धीरे धीरे खुलने लगी है। हॉस्पीटल के रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए संचालक कर रहे खेल।
आगरा (जागरण संवाददाता): बिना पंजीकरण हॉस्पिटल चलाने और इलाज करते झोलाछाप पकड़े जाने पर एक दर्जन हॉस्पिटल व लैब सील किए गए थे। डीएम गौरव दयाल के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल की सील खोल दी है। इन हॉस्पिटलों के पंजीकरण के लिए सौदेबाजी का खेल चल रहा है।
झोलाछाप द्वारा मरीजों के इलाज करने और लाखों रुपये का बिल वसूलने की शिकायत पर जनवरी में स्वास्थ्य विभाग ने छापे मारे थे। एक दर्जन हॉस्पिटल सील किए गए। इन हॉस्पिटलों की सील खोल दी गई है। एसीएमओ डॉ. अजय कपूर ने बताया कि डीएम के आदेश पर हॉस्पिटल की सील खोली गई है। मगर, हॉस्पिटल में मरीज भर्ती न करने की हिदायत दी गई है। इन सभी हॉस्पिटल संचालकों पर मुकदमा दर्ज है, अभी इनका पंजीकरण नहीं किया गया है। ये निकाला तरीका
हॉस्पिटल की सील खोलने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ही तरीका बताया। संचालकों ने हॉस्पिटल में उपकरण खराब होने, किराए पर चल रहे हॉस्पिटल में मकान मालिकों द्वारा किराए दार बदले जाने का प्रार्थना पत्र दिया गया। इस पर डीएम द्वारा सील खोलने के आदेश दे दिए गए। पंजीकरण का खेल
जिन हॉस्पिटलों की सील खोली गई है, वे पहले ही पंजीकरण के लिए आवेदन कर चुके हैं। कुछ ने नाम बदल कर आवेदन किया है और नए डॉक्टरों के नाम दिए हैं। डॉक्टरों से डिग्री लेने के लिए 10 से 20 हजार रुपये महीने की सौदेबाजी हुई है। इसके आधार पर हॉस्पिटल के पंजीकरण करने की तैयारी चल रही है। इन हॉस्पिटलों की खुली सील
अर्श हॉस्पिटल, नेहरू नगर
अनमोल हॉस्पिटल, यमुना पार
लक्ष्मी गणेश हॉस्पिटल, यमुना पार
एपीएस हॉस्पिटल, ग्वालियर रोड
डॉ. उदय क्लीनिक, ग्वालियर
न्यू दिव्यांशी, बोदला