CoronaVirus Pandemic: ने थाम की घुंघरुओं की झंकार, रुक गए पीतल उत्पादों के भी रास्ते
Coronavirus Pandemic लॉकडाउन के चलते फंसा सामान्य सुविधा केंद्र। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए होनी है स्थापना।
आगरा, जेएनएन। जलेसर में होने वाले घुंघरू घंटा व अन्य पीतल उत्पाद उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सीएफसी (सामान्य सुविधा केंद्र) बनाया जाना है। जिसे 15 करोड़ रुपये से विकसित किया जाएगा। इसमें उद्यमियों व कारीगरों के लिए प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता, कच्चा माल भंडारण, लेवलिंग आदि की सुविधाएं दी जाएंगी। जिसकी मदद से यह उद्योग ऊंचाइयां छू सकता है। लॉकडाउन से पहले इसका प्रस्ताव बनाकर शासन में भेज दिया गया। लेकिन कोरोना काल के संकट ने इसके रास्ते रोक दिए हैं।
जलेसर में बड़े स्तर पर घुंघरू- घंटा का काम होता है। राष्ट्रीय स्तर पर इसकी पहचान और उत्पादों की मांग भी है। लेकिन यह कारोबार कुछ लोगों तक ही सिमटा हुआ है। इसके अलावा उद्योग व कारोबार में लगे लोगों की कई आधारभूत समस्याएं भी बनी रहती हैं। सरकार यहां के घुंघरू-घंटा सहित सभी पीतल उत्पादों को ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना में शामिल कर चुकी है। इसके तहत ही सीएफसी (सामान्य सुविधा केंद्र) की स्थापना की जानी है। 15 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस सेंटर में तमाम सुविधाएं दी जाएंगी। जिसमें सबसे बड़ी बात कच्चे माल की उपलब्धता है। इसके अलावा कारीगरों को डिजाइन डवलपमेंट में प्रशिक्षण दिया जाएगा। तकनीकी अनुसंधान केंद्र भी बनाया जाएगा, जिसमें उत्पादों की तकनीक पर शोध किए जाएंगे। टेङ्क्षस्टग लैब, उत्पाद प्रदर्शन एवं विक्रय केंद्र भी बनाए जाएंगे। इससे कारीगरों के कौशल और उत्पादों में निखार आएगा। इनकी मांग और व्यापार बढ़ेगा। केंद्र स्थापना के लिए स्थानीय स्तर पर तैयारियां पूरी कर प्रशासन ने लॉकडाउन से पहले ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया था, जिसे अभी तक मंजूरी नहीं मिल सकी है।
शासन से नामित संस्था द्वारा बनाई गई रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है। वहां से इसे स्वीकृति मिलते ही सामान्य सुविधा केंद्र की स्थापना के लिए कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
- अनुराग यादव, उपायुक्त उद्योग