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पंचायत चुनाव मतगणना में शामिल होने को एटा में 300-300 रुपये में बिकी कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट

एटा जिले की प्रशासनिक टीम ने अलीगंज स्थित पैथोलाजी सेंटर पर छापा मार कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनाने का भंडाफोड़ किया है। यहां पर 300-300 रुपये में फर्जी रिपोर्ट बनाई जा रही थी। ऐसी रिपोर्ट लेने के लिए पंचायत चुनाव मतगणना एजेंटों में होड़ लगी थी।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 01 May 2021 12:14 AM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 02:15 AM (IST)
पंचायत चुनाव मतगणना में शामिल होने को एटा में 300-300 रुपये में बिकी कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट
पंचायत चुनाव मतगणना में शामिल होने के लिए एजेंट कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनावा रहे हैं।

एटा, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना दो मई को होनी है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रत्येक मतगणना केंद्रों पर खास इंतजाम किए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने तय किया गया है प्रत्याशियों व एजेंटों को रैपिड एंटीजन टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट अथवा कोविड वैक्सीनेशन कोर्स पूरा होने के साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे। इस आदेश के बाद कई जिलों से कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट तैयार कर बेचे जाने की शिकायतें मिलने लगी हैं। ऐसी ही शिकायत पर एटा जिले के एजेंटों द्वारा फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनवाने का खुलासा हुआ है।

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एटा जिले की प्रशासनिक टीम ने अलीगंज स्थित पैथोलाजी सेंटर पर छापा मार कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनाने का भंडाफोड़ किया है। यहां पर 300-300 रुपये में फर्जी रिपोर्ट बनाई जा रही थी। ऐसी रिपोर्ट लेने के लिए पंचायत चुनाव मतगणना एजेंटों में होड़ लगी थी।

अलीगंज कस्बा में पंचनाथ पैथोलाजी सेंटर है। जिलाधिकारी को यहां कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट तैयार कर बेचे जाने की शिकायत मिली। डीएम ने निर्देश पर एसडीएम राजीव पांडेय, नायब तहसीलदार लक्ष्मीनारायण तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सक सर्वेश कुमार की टीम ने शुक्रवार को यहां छापा मारा। यहां कई तैयार रिपोर्ट मिलीं, जबकि इन रिपोर्ट के लिए कराई गई जांच आदि का रिकॉर्ड नहीं मिला। यहां पर एंटीजेन किट भी नहीं थी। बगैर जांच के ही रिपोर्ट बनाकर बेची जा रही थी।

300 रुपये में मिल रही थी रिपोर्ट : एसडीएम ने बताया कि टीम के एक सदस्य को ग्राहक बनाकर पैथोलाजी सेंटर पर भेजा गया। टीम सदस्य ने वहां जाकर पूछा कि कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट कितने में मिलेगी, तो उससे 300 रुपये मांगे गए। सबूत हाथ लगते ही टीम ने छापा मार इस धंधे का पर्दाफाश कर दिया।

पंजीकृत नहीं है पैथोलाजी सेंटर : एसडीएम ने बताया कि पैथोलाजी सेंटर स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत नहीं है। यहां पर अप्रशिक्षित लोग काम कर रहे थे। अब तक तमाम लोगों की कोरोना की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट दे दी गईं। एसडीएम ने बताया कि पैथोलाजी को सील कर दिया गया है। एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश भी दे दिए गए हैं। कार्रवाई की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है।

दर्ज होगी एफआइआर : एएसपी ओपी सिंह ने बताया कि अलीगंज में पैथोलाजी सेंटर पर छापा मारा गया। वहां फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का मामला पकड़ा गया। स्वास्थ्य विभाग तहरीर देगा तो एफआइआर दर्ज की जाएगी।  सीएमओ डॉ. अरविंद गर्ग ने बताया कि फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने की शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों को मिली थी मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।


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