कोरोना बेकाबू, हर छह मिनट में कोरोना का एक नया केस, रिकार्ड 242 नए केस, एक की मौत
1070 हुए कोरोना के सक्रिय केस 12 हजार के पार पहुंची संक्रमितों की संख्या 13
आगरा,जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो गई है। बुधवार को कोरोना के सर्वाधिक 242 नए मरीज मिले हैं। अब हर छह मिनट में कोरोना का एक नया केस मिल रहा है। कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई। सक्रिय मरीजों की संख्या 1070 पहुंच गई है।
सुल्तानपुरा निवासी 65 साल की महिला मरीज को निमोनिया की समस्या होने पर भर्ती किया गया। इलाज के दौरान मौत हो गई, कोरोना संक्रमित 183 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 138 कालोनियों से कोरोना के 242 नए मरीज मिले हैं। अब हर छह मिनट में कोरोना का एक नया केस मिल रहा है। इससे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 12041 पहुंच गई है। इसमें से 883 मरीज होम आइसोलेशन पर हैं। वहीं, 10788 मरीज ठीक हो चुके हैं। कोविड अस्पताल में भर्ती मरीज इस साल कोरोना के सर्वाधिक केस 14 अप्रैल- 242
13 अप्रैल- 130
11 अप्रैल -119
10 अप्रैल -102 पिछले साल मिले सर्वाधिक केस
21 सितंबर 2020 -148 केस
20 सितुंबर -144 केस
17 सितंबर- 118
15 सितंबर -114 केस आइसीयू में बेड नहीं, गंभीर मरीजों को भर्ती करने में समस्या आगरा,जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने से व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैं। एसएन मेडिकल कालेज और निजी अस्पताल के आइसीयू में गंभीर मरीजों के लिए बेड नहीं है। ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने में समस्या आने लगी है। निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी चल रही है। एसएन में कोरोना संक्रमित 110 मरीज भर्ती हैं। यहां 65 बेड का आइसीयू फुल है। निजी अस्पताल प्रभा ट्रामा सेंटर, रवि हास्पिटल और रामरघु हास्पिटल के आइसीयू में बेड नहीं है। ऐसे में 24 घंटे में 242 नए केस आने पर मरीज भर्ती करने में समस्या आने लगी है। अस्पताल में बेड न होने से मरीजों को घर पर ही रहने के लिए कहा जा रहा है। उनसे पल्स आक्सीमीटर से आक्सीजन का स्तर चेक करने के लिए कहा गया है। होम आइसोलेशन में मरीजों से संपर्क नहीं कर रही टीम
सक्रिय केस की संख्या 1070 पहुंच गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी मरीजों से संपर्क नहीं कर पा रही है। स्टेट बैंक में मैनेजर ने बताया कि उनकी पत्नी कोरोना पाजिटिव है। रिपोर्ट आने के तीन दिन बाद भी टीम ने संपर्क नहीं किया है। परिवार के अन्य सदस्यों के भी सैंपल नहीं लिए गए हैं। कोविड के लिए एक ही एंबुलेंस कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कराने के लिए 108 की मदद लेने की बात कही जा रही है। भुगतान नहीं होने के कारण उन्होंने एंबुलेंस देने से इन्कार कर दिया। ऐसे में अब कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक ही एंबुलेंस है। एसएन की ओपीडी बंद होने से 1200 मरीज लौटे एसएन मेडिकल कालेज की बुधवार से ओपीडी बंद कर दी गई। इससे ओपीडी में आने वाले 1200 मरीजों को लौटना पड़ा। कुछ मरीज जिला अस्पताल पहुंच गए। मगर, तब तक ओपीडी बंद हो चुकी थी। प्राचार्य डा. संजय काला ने बताया कि संक्रमण की रोकथाम के लिए ओपीडी बंद की गई हैं। टेलीमेडिसिन ओपीडी पर सुबह आठ से शाम चार बजे तक संपर्क कर फोन पर परामर्श ले सकते हैं। होम आइसोलेशन- 863
कोविड हास्पिटल में भर्ती मरीज -140
एसएन मेडिकल कालेज एल थ्री -बेड (120, 100 बेड का बाल रोग विभाग में वार्ड) - 102 मरीज भर्ती, (75 फीसद मरीज आक्सीजन पर) जिला अस्पताल एल टू -बेड 18 - 06 मरीज भर्ती निजी अस्पताल
प्रभा ट्रामा सेंटर एल थ्री -बेड 60 - 52 मरीज ( वेंटीलेटर 12, एचएफएनसी 6, बाई पेप 5) रवि हास्पिटल बेड एल टू - 40 - 40 मरीज (वेंटीलेटर 2, एचएफएनसी 3, बाई पेप 4) राम रघु हास्पिटल बेड एल थ्री- 100 - 79 मरीज (वेंटीलेटर 6, एचएफएनसी 5, बाई पेप 5) कई दिन से शरीर में दर्द था, ओपीडी पहुंचे तो बंद थी। जिला अस्पताल गए तो वहां भी ओपीडी बंद हो चुकी थी।
राजेंद्र कुमार, सुभाष नगर पैरों में दर्द की समस्या है। ओपीडी पहुंचे तो पता चला कि बंद है। टेलीमेडिसिन की ओपीडी पर संपर्क परामर्श लिया।
शीतल प्रसाद, केदार नगर