Corona Fighters: गुदगुदाते माहौल और कपिल शर्मा शो ने किया कमाल और दे दी संक्रमण काेे मात
एसएन के आइसोलेशन वार्ड से जीवनी मंडी और घटिया आजम खां क्षेत्र निवासी मरीजों की छुटटी। दवाओं के साथ आइसोलेशन वार्ड के खुशनुमा माहौल से कोरोना से जंग लडने की मिली ताकत।
आगरा, जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से गुरुवार को दो और मरीजों को ठीक पर छुटटी मिल गई। इसमें से 28 साल के दुबई में ट्रेवल एजेंसी में एकाउंटेंट को एक छींक तक नहीं आइ, बुखार भी नहीं आया। वहीं, 45 साल के घटिया आजम खां निवासी गैस मैकेनिक को कोरोना से संक्रमित होने पर निमोनिया हो गया था। वे भी पूरी तरह से ठीक हो गए हैं।
जीवनी मंडी निवासी ट्रेवल कंपनी में एकाउंटेंट 21 मार्च को दुबई से लौटे थे, दो अप्रैल को कोरोना की पुष्टि होने पर एसएन में भर्ती किया गया। इनकी मां और भाई की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आइ थी, उन्हें भी एसएन के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। उन्होंने बताया कि वार्ड का माहौल अच्छा रहता था, बगल के बेड पर मां और भाई थे, उनसे बात करते रहते थे। वार्ड में रात को सभी कपिल शर्मा का शो अपने मोबाइल पर देखते थे। इससे माहौल खुशनुमा रहता था। वहीं, घटिया आजम खां निवासी 45 साल के गैस मैकेनिक को निमोनिया होने पर भर्ती किया गया था। इन्हें निमोलाइज किया गया, एंटीबायोटिक सहित अन्य दवाएं दी गईं और तबीयत में सुधार होता गया। दोनों पूरी तरह से ठीक हो गए और रात को छुटटी मिल गई।
11 बजे सो कर जगना, नहाने के बाद खाना
एकाउंटेंट ने बताया कि वार्ड में कॉमन बाथरूम था, ऐसे में बारी बारी से नंबर आता था। मैं 11 बजे जगता था, तब तक सभी बाथरूम इस्तेमाल कर चुके होते थे। नहाने के बाद खाना खाता था, इसके बाद मोबाइल पर मूवी देखते थे। खूब हंसी मजाक करते थे।
नए मरीज से पता चलता था बाहर का हाल
वार्ड में हर रोज नए मरीज आ रहे थे, नए मरीज से बाहर का हाल पता चलता था। नए केस किस क्षेत्र से आए हैं, लॉक डाउन का क्या असर है। यह नए मरीज से पता चल जाता था।
पौष्टिक आहार और पूरी नींद
वार्ड में सभी मरीज ठीक थे, तीन मरीजों को ही कुछ परेशानी थी। यहां दाल रोटी सब्जी,सलाद और फल के साथ नाश्ता, दो बार चाय और पूरी नींद लेते थे। इससे कोई परेशानी नहीं हुई और पूरी तरह से ठीक हो गए।
45 साल के कोरोना संक्रमित मरीज गंभीर हालत में भर्ती हुए था, उसे निमोनिया था, इसे निमोलाइज कराया गया। दवाएं दी और पूरी तरह से ठीक हो गया। एसएन से पांच मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
डॉ प्रशांत प्रकाश, नोडल अधिकारी