कोरोना ने कैंटीन की चाय का बदल दिया स्वाद, भा रही तुलसी, लाैंग, काली मिर्च की चाय
डीवीवीएनएल की कैंटीन की चाय में तुलसी लौंग इलायची काली मिर्च के पाउडर का हो रहा है इस्तेमाल कोरोना काल में अधिकारियों ने दिया था सुझाव लोगों द्वारा बाहर खान-पान कम करने से घट गई है चाय की बिक्री
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना ने बड़ी-बड़ी कंपनियों की चाल ही नहीं बदली, बल्कि कैंटीन की चाय का स्वाद भी बदल दिया है। आगरा में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) की कैंटीन में चाय का स्वाद बदल गया है। अब अदरक, चीनी, चाय पत्ती के साथ इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजों का इस्तेमाल चाय में किया जा रहा है। तुलसी, लौंग, काली मिर्च पाउडर आदि की चाय लोग पसंद कर रहे हैं।
डीवीवीएनएल की कैंटीन में लगभग आठ वर्ष से विनोद अग्रवाल काम करते हैं। उन्होंने पहली बार कैंटीन की चाय में बदलाव किया है। विनोद बताते हैं कि चाय में अदरक के साथ तुलसी के पत्ते, लौंग, इलायची और काली मिर्च का पाउडर इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने अप्रैल में डीवीवीएनएल के अधिकारियों की राय के बाद यह बदलाव किया था, जिससे चाय लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने में सहयोगी बन सके।
इसलिए किया शुरू
कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से लोगों ने काली मिर्च, लौंग, इलायची, अदरक, तुलसी और हल्दी से तैयार काढ़े का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। यह काढ़ा गला सही रखने के साथ-साथ इम्युनिटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। हल्दी के अलावा बाकी सभी चीजों का चाय में इस्तेमाल किया जाने लगा। लौंग और इलायची का गले में खराश, खांसी, सूजन, उल्टी, छालों से निजात पाने के लिए भी सेवन किया जाता है।
घट गई चाय की बिक्री
आगरा में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद विनोद की कमाई आधी रह गई है। पहले वो प्रतिदिन 25 लीटर दूध की चाय बनाकर बेचते थे पर अब केवल सात से आठ लीटर दूध की चाय ही बिक पाती है। ऐसा लोगों द्वारा बाहर खान-पान कम करने की वजह से हुआ है।