Move to Jagran APP

बचे रहना है डायबिटीज और बीपी से तो Control करें चीनी, नमक और चिकनाई Agra News

एपीकॉन 2020 में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों पर हुई चर्चा। हर तीसरा व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का शिकार। चार गुना बढ़े मधुमेह रोगी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 09:36 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 09:36 AM (IST)
बचे रहना है डायबिटीज और बीपी से तो Control करें चीनी, नमक और चिकनाई Agra News
बचे रहना है डायबिटीज और बीपी से तो Control करें चीनी, नमक और चिकनाई Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। मोटापा महामारी बन चुका है। इससे भारत में हर तीसरा व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है। वहीं, मधुमेह चार गुना बढ़ गया है। दवाओं से शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में डॉक्टरों द्वारा इलाज में दवाओं के साथ चीनी, नमक और चिकनाई कम लेने की सलाह मरीजों को दी जाएगी। सोमवार से केएनसीसी, फतेहाबाद रोड पर शुरू हुए चार दिवसीय एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया के 75वें वार्षिक सम्मेलन (एपीकॉन) में डॉक्टरों ने मरीजों की जीवनशैली में सुधार को इलाज का हिस्सा बनाने का फैसला लिया। इसे एपीआइ की इलाज की गाइड लाइन में भी शामिल किया जाएगा।

loksabha election banner

एपीकॉन में सुबह मधुमेह, हृदय रोग सहित जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों पर चर्चा हुई। एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया (एपीआइ) के अध्यक्ष डॉ. केके पारीक ने बताया कि भारत में जीवन प्रत्याशा 50 साल से बढ़कर करीब 70 साल तक पहुंच गई है। मगर, मधुमेह, हृदय रोग, घुटनों में दर्द, गुर्दा, लिवर की समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। इसका बड़ा कारण मोटापा है। 10 से 15 साल के बालकों से लेकर 25 से 35 साल के युवा मोटापे की चपेट में आ रहे हैं। कामकाज की उम्र में मधुमेह, हृदय रोग होने से कार्य क्षमता प्रभावित हो रही है, इससे देश की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होने लगी है। इन सभी बीमारियों की रोकथाम संभव है, जिन परिवारों में मरीज हैं, उनके परिजन नमक, चीनी और चिकनाई का सेवन कम करें। 40 मिनट जरूर टहलें, खाने में सब्जी और फल की मात्रा बढ़ाएं, यह फास्ट फूड और मिठाई से सस्ता है। आयोजन सचिव डॉ. पीके माहेश्वरी ने बताया कि तनाव, फास्ट फूड, आराम तलब जिंदगी सेहत की दुश्मन है। इनसे बचने के लिए डॉक्टर भी लोगों को जागरूक करेंगे। नौ जनवरी तक चलने वाली एपीकॉन में इलाज और बीमारियों की रोकथाम पर विचार विमर्श किया जाएगा। एपीआइ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. ए राज सुदरम, डॉ. कमलेश तिवारी, डॉ. शशांक जोशी, डॉ. जीएस वंडर, डॉ. सिद्धार्थ शाह, डॉ. मृदुल चतुर्वेदी, डॉ. मनीष बंसल, डॉ. अंजना पांडे, डॉ. प्रभात अग्रवाल, डॉ. टीपी सिंह, डॉ. आशीष गौतम आदि मौजूद रहे।

20 किलो वजन कम करें, मधुमेह हो जाएगा ठीक

मधुमेह रोगियों में ताउम्र दवा लेने की जरूरत नहीं है, 20 किलोग्राम तक वजन कम करने से रिवर्स डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है। बिना दवा के भी शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है।

2030 तक सबसे ज्यादा भारत में होगा मोटापा

भारत में तनाव, भागमभाग की जिंदगी, मैदा सहित फास्ट फूड के सेवन और आराम तलब जिंदगी से मोटापा बढ़ रहा है। एक अनुमान के तहत 2030 तक दुनिया में सबसे ज्यादा मोटापा के शिकार भारत में होंगे।

बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर दें कम से कम 20 मिनट

डॉ. अनिल चतुर्वेदी, दिल्ली ने डॉक्टर और मरीजों के बीच संवाद पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि मरीज अपनी परेशानी बताता है और डॉक्टर 30 सेकेंड में उसे रोक देते हैं। इससे संवादहीनता बढ़ रही है। डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध खराब हो रहे हैं। बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर कम से कम 20 मिनट दें, इससे उनकी आधी बीमारी ठीक हो जाएगी। मरीज को अपने बगल में बिठाएं, जिससे सिर से लेकर पैर तक देख सकें। मरीज को देखते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करें।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.