Tax evasion: अागरा में 245 बोगस फर्मों को नोटिस, 117 करोड़ की आइटीसी मिली संदिग्ध
Tax evasion आगरा जोन में 740 करोड़ की फेक इनवॉइस जारी कर क्लेम की आइटीसी। वाणिज्य कर विभाग कस रहा है शिकंजा।
आगरा, संदीप शर्मा। बोगस फर्में बनाकर टैक्स माफिया ने बड़े स्तर पर टैक्स चोरी को अंजाम दे रहे हैं। इसके लिए हथियार बनाया है फेक बिल इनवाइस को। इसे जारी कर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) के माध्यम से टैक्स चोरी की जा रही है। वाणिज्य कर विभाग ने ऐसी 245 बोगस फर्म चिन्हित की हैं, जिनकी करीब 117 करोड़ की आइटीसी संदेह के घेरे में हैं। विभाग ने इन सभी फर्मों को नोटिस जारी कर दिया है।
वाणिज्य कर विभाग ने यह कार्यवाही आइटीसी क्लेम के लगातार बढ़ते संदिग्ध मामलों को देखकर की है। दरअसल इन 245 फर्मों ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में करीब 740 करोड़ की बिल इनवर्ट जारी किए, जिनपर 100 करोड़ की आइटीसी क्लेम हुई। इन्होंने 804 करोड़ की बिल आउटवर्ड जारी कर करीब 117 करोड़ की आइटीसी क्लेम की। मामला संंदिग्ध लगने पर हुई जांच में पता चला कि फर्में बोगस हैं और उनके बीच फेक इनवॉयस जारी कर 100 करोड़ की आइटीसी क्लेम कर ली गई, जबकि माल की कोई डिलीवरी नहीं हुई।
117 करोड़ की आइटीसी संदिग्ध
वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि शुरुआती मामलों को देखकर विभाग ने 89 फर्मों की संदेहास्पद स्थिति देख इनकी 10 करोड़ 81 लाख की आइटीसी ब्लॉक कर दी है। साथ ही सभी 245 अनवर्ती फर्मों को नोटिस जारी कर आइटीसी क्लेम और इनवॉइस की स्थिति को लेेकर जानकारी तलब की है। 804 करोड़ के बिल आउटवर्ड पर उनकी 117 करोड की आइटीसी भी संदेह के घेरे में हैं।
वसूलेंगे 40 करोड़
वाणिज्य कर विभाग ने उक्त बोगस फर्मों के खिलाफ अब तक लेनदेन को देखते हुए 20 करोड़ के टैक्स और 20 करोड़ की पैनल्टी के साथ 40 करोड़ की शुरुआती देनदारी निकाल दी है, जिसकेे करीब 60 से 80 करोड़ तक बढ़ने की उम्मीद है।
अन्य जिलों, राज्यों तक फैला जाल
टैक्स माफिया ने मेटल, स्क्रैप और मार्बल की बोगस फर्म बनाकर फेक इनवॉइस जारी कर आइटीसी क्लेम का गौरखधंधा सिर्फ यहीं नहीं, बल्कि प्रदेश के साथ जिलों व राज्यों तक फैला है। लिहाजा विभाग ने अपने यहां पर कार्यवाही कर उनकी लिंक फर्मों पर अन्य जगह से भी शिकंजा कसने के लिए आसपास के जिलों व राज्यों में भी उनके तार तलाश रहा है, जहां उनका कारोबार फैला था।
बोगस फर्म और उनकी क्लेम आइटीसी
- रिद्धी सिद्धी इंटरप्राइजेज आठ करोड़ 65 लाख।
- श्याम राधे इंटरप्राइजेज छह करोड़ 80 लाख।
- राधे इंटरनेशनल छह करोड़ 64 लाख।
- राहुल इंटरप्राइजेज 5.81 करोड़ की आइटीसी और 11 करोड़ के लेनदेन संदिग्ध।