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Tax Evasion: एक मोबाइल नंबर पर 32 फर्म रजिस्टर्ड, सभी फर्जी, पढ़ें क्या है ये करोड़ों के टैक्स चोरी का ये मामला

Tax Evasion मथुरा सहित यूपी में दो और बाकी दूसरे राज्यों में हैं पंजीकृत। करोड़ों के टैक्स चोरी का है मामला। अंतिम दौर में पहुंची जांच। बहुत जल्द सलाखों के पीछे होगा फर्जी फर्म का मालिक। अभी तक की जांच में यह 32 फर्म तो पकड़ी जा चुकी है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 06:17 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 06:17 PM (IST)
Tax Evasion: एक मोबाइल नंबर पर 32 फर्म रजिस्टर्ड, सभी फर्जी, पढ़ें क्या है ये करोड़ों के टैक्स चोरी का ये मामला
अभी तक की जांच में यह 32 फर्म तो पकड़ी जा चुकी है।

आगरा, जेएनएन। वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों को एक बड़ी कामयाबी मिलती दिखाई दे रही हैं। उन्होंने फर्जी फर्मों के एक बादशाह को सर्च कर लिया है, जिसके एक मोबाइल नंबर पर एक दो नहीं बल्कि 32 फर्म रजिस्टर्ड है। इनमें से मथुरा समेत उत्तर प्रदेश में मात्र दो हैं, जबकि 30 फर्म दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा आदि राज्यों में पंजीकृत हैं। जिनके द्वारा करोड़ों रुपये टैक्स चोरी करने की बात कही जा रही है। वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों ने इन दिनों फर्जी बिल और कर चोरी करने वालों के खिलाफ अभियान चला रखा है, जिसके तहत जिले में एक फर्जी फर्म को भी पकड़ा हैं। जिसके स्वामी ने अपने एक ही मोबाइल नंबर पर 32 फर्म पंजीकृत पाई गई हैं। अभी तक की जांच में यह 32 फर्म तो पकड़ी जा चुकी है। जिम्मेदारों का कहना है कि अभी यह संख्या अधिक भी हो सकती है। इसको लेकर उनकी जांच अभी चल रही है। बहुत जल्द मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।

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मेटल से जुड़ा हुआ कर रहे हैं काम

जिन फर्मों को फर्जी तरीके से कार्य करते हुए पकड़ा गया है। उनमें अधिकांश फर्म मेटल का कार्य करती हैं। जिले में कुल पांच फर्म बताई जा रही हैं। इनमें तीन की फर्म स्वामियों की गिरफ्तारी लगभग तय हो चुकी है। अभी सिर्फ त्योहार की वजह से काम धीमा हो गया है। बहुत जल्द जांच पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जीएसटी में नहीं होता सत्यापन

वाणिज्यकर अधिकारियों का कहना है कि जीएसटी में सबसे बड़ी एक कमजोरी यह है कि यहां फर्म रजिस्टर्ड कराने के बाद दस्तावेजों का सत्यापन नहीं होता है, जिसका लोग फायदा उठाकर टैक्स चोरी कर रहे हैं। यह लोग किसी का पैन नंबर, किसी का बिजली का बिल, किसी का मोबाइल नंबर ले कर फर्म पंजीकृत करा लेते हैं। जरूरत पड़ने पर बिजली के बिल आदि को एडिट कर लेते हैं।

पूर्व में भी पकड़ी जा चुकी हैं एक दर्जन फर्जी फर्म

जिले में पहली बार फर्जी फर्म का खेल सामने नहीं आ रहा है। अब से पहले भी करीब एक दर्जन फर्जी फर्म पकड़ी जा चुकी हैं, जिन पर करीब 15 करोड़ रुपये का टैक्स चोरी का मामला पकड़ा जा चुका है। इसके अलावा दो सप्ताह पूर्व में वाणिज्यकर विभाग के सचल दल ने एक पान मसाला कंपनी पर भी करीब 1.98 करोड़ रुपये का टैक्स चोरी का मामला पकड़ा था।

पिछले कुछ दिनों से फर्जी बिल और कर चोरी करने वालों को अभियान चल रहा है। कर चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर यूं तो जिले में पांच फर्म स्वामी चिन्हित किए गए हैं। इनमें एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल नंबर पर 32 फर्म पंजीकृत कराई हैं। वह भी कई राज्यों में हैं। बहुत जल्द यह लोग सलाखों के पीछे होंगे।

मनोज त्रिपाठी, ज्वाइंट कमिश्नर - वाणिज्यकर विभाग

 


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