CoronaVirus in Agra: 11 का संयोग, 11 महीने बाद 11 को ही नहीं था एक भी केस
CoronaVirus in Agra कोरोना का पहला केस पिछले साल मार्च में सामने आया था। सितंबर में बढ़ी थी केसों की संख्या इस साल की शुरुआत में थमा कहर। एसएन मेडिकल कालेज के माइक्रोबायालोजी विभाग में बनी कोविड-19 टेस्टिंग लैब में पांच लाख से ज्यादा आरटी-पीसीआर टेस्ट हो चुके हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में 11 नंबर का संयोग अपने साथ काफी खुशियां साथ लेकर आया। विगत 11 फरवरी को 11 महीने बाद कोरोना का एक भी नया केस सामने नहीं आया था। आगरा में कोरोना का पहला केस मार्च में आया था। अप्रैल में केसों की संख्या बढ़ी थी। मंगलवार को कोविड अस्पताल खाली होने से चिकित्सकों और प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
कोरोना का पहला केस आठ मार्च को सामने आया था। उसके बाद मार्च में ही कोरोना के 12 केस आए। अप्रैल में श्री पारस हास्पिटल के संपर्क में आए लोग और जमात से जुड़े लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई।उसके बाद मई और जून में यह स्थिति हो गई कि हर दिन 10 केस सामने आने लगे। सितंबर का महीना सबसे भारी गुजरा, जब एक दिन में 100 से अधिक केस मिले। अक्टूबर के बाद से कोरोना मरीजों की संख्या कम होने लगी। जनवरी में एक दिन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 से नीचे पहुंच गई। फरवरी में संख्या और नीचे आई और एक दिन में पांच से कम केस दर्ज होने लगे। अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10513 रही है। इनमें से 10326 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 174 की मृत्यु हो चुकी है। सक्रिय केसों की संख्या 14 है।
पांच लाख से ज्यादा हुए टेस्ट
एसएन मेडिकल कालेज के माइक्रोबायालोजी विभाग में बनी कोविड-19 टेस्टिंग लैब में पांच लाख से ज्यादा आरटी-पीसीआर टेस्ट हो चुके हैं। वर्तमान में भी यह लैब काम कर रही है।