वाह ताज, आह ये तीस टन का कूड़ा
दूसरे दिन भी बुधवार को ताज के दो किमी दायरे में ठप रहा सफाई कार्य ताज पूर्वी गेट सहित कई अन्य जगहों पर कर्मचारियों ने किया हंगामा बिना वेतन हड़ताल खत्म नहीं करेंगे सफाई कर्मचारी
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल के दो किमी दायरे में दूसरे दिन बुधवार को भी सफाई कार्य ठप रहा। भारतीय विकास ग्रुप (बीवीजी) के 135 कर्मचारियों ने ताज पूर्वी गेट सहित अन्य स्थलों पर हंगामा किया। एडीए अफसरों के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों ने छह माह के वेतन की मांग की है, इसके बाद ही कार्य शुरू होगा। सफाई न होने से दो दिन के भीतर तीस टन कूड़ा डंप हो गया है।
बीवीजी के पास संसद भवन की सफाई का जिम्मा है। दो साल पूर्व ताजमहल के दो किमी दायरे में सफाई का ठेका मिला। इसमें प्रमुख रूप से ताज पूर्वी गेट, पश्चिमी गेट, दक्षिणी गेट, पुरानी मंडी, फतेहाबाद रोड, ताजनगरी, शिल्पग्राम रोड, ताजगंज शामिल है। 135 सफाई कर्मचारियों के वेतन में 26 लाख रुपये खर्च होते हैं। अप्रैल से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारियों ने सफाई कार्य ठप कर दिया है। बुधवार को 70 सफाई कर्मचारी ताज पूर्वी गेट पर जुटे, जहां विरोध प्रदर्शन किया। फिर शिल्पग्राम, ताजगंज रोड, पुरानी मंडी पर भी कर्मचारियों ने हंगामा और प्रदर्शन किया। सफाई ठप होने से नालियां ओवर फ्लो हो रही हैं, जबकि तीस टन कूड़ा जमा हो गया है। इससे बदबू आ रही है। कर्मचारियों का कहना है कि बिना भुगतान कोई काम नहीं होगा।
सफाई के नाम पर निगम प्रशासन की रस्म अदायगी
बुधवार को ताजमहल के आसपास बीवीजी के कर्मचारियों ने काम ठप रखा। नगर निगम प्रशासन ने भी सफाई के नाम पर रस्म अदायगी की। सफाई कर्मचारियों ने कुछ हिस्से में झाड़ू लगाई। ठीक तरीके से कूड़े का उठान नहीं किया गया।
दो चक्रों की बैठक रही बेनतीजा
बुधवार को बीवीजी और एडीए अफसरों की दो चक्रों की बैठक हुई। एडीए में हुई बैठक में बीवीजी के अफसरों ने अप्रैल से अक्टूबर तक डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि के भुगतान के लिए अनुरोध किया लेकिन एडीए अफसरों ने पैसा न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
48 घंटे के भीतर कराएं भुगतान
डीएम प्रभु एन सिंह ने एडीए अफसरों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। डीएम ने कहा कि पथकर निधि से बीवीजी को 48 घंटे के भीतर भुगतान कराया जाए। फैक्ट फाइल
- ताजमहल के दो किमी क्षेत्र में हर दिन 15 टन कूड़ा निकलता है।
- छह बड़े और 40 छोटे डलावघर हैं।
- अलग-अलग क्षमता के 50 कंटेनर रखे हुए हैं।
- 60 के आसपास हैंगिंग डस्टबिन हैं।
- ताजमहल के दो किमी के दायरे में दो मशीनों से सफाई होती है। हड़ताल से यह बंद है।
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में लापरवाही
ताजगंज क्षेत्र में नगर निगम प्रशासन डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर रहा है। मानीटरिग ठीक से न होने के चलते कूड़ा कलेक्शन नहीं हो रहा है। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
- एडीए और नगर निगम के अफसरों के चलते क्षेत्रीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। न तो झाड़ू लग रही है और न ही कूड़े का उठान हो रहा है।
विवेक सिंह, ताजगंज - ताजमहल को निहारने हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ऐसे में रोड और गलियों की सफाई जरूरी है। अफसरों को ध्यान देने की जरूरत है।
श्याम मोहन, ताजगंज - सफाई कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं मिला है। यह शर्मनाक स्थिति है। आखिर कर्मचारी बिना वेतन के कैसे काम कर सकते हैं।
किशोर कुमार, ताजगंज