नंदगांव में लड्डू गोपाल के जन्म पर बंटेंगे लड्डू
80 साल से निरंतर चल रही है यह बधाई देने की परंपरा। 08 किमी की दूरी तय कर नंदभवन पहुंचते हैं लाड़ली मंदिर से गोस्वामी।
आगरा(जेएनएन): नंदगांव और बरसाना के कण-कण में भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की लीला रची बसी हैं। सोमवार शाम को बरसाना के लाड़ली महल से गोस्वामी समाज कान्हा के जन्म की बधाई देने के लिए नंदभवन जाएगा। वहां नंदगांव के गोस्वामी बरसाना के गोस्वामियों को कान्हा के जन्म की खुशी में लड्डू और कचौड़ियां बांटेंगे। यह लड्डू नंदगांव में ही बन रहे हैं।
जन्माष्टमी की शाम को नंदभवन में नंदगांव और बरसाना के गोस्वामियों के बीच समाज गायन होगा। नंदगांव के गोस्वामी बरसाना के गोस्वामियों को खुशी के मौके पर बूंदी के लड्डू प्रसाद में बांटेंगे। वहीं, राधारानी के जन्म पर नंदगांव के गोस्वामी बरसाना जाकर बधाई देते हैं। जन्माष्टमी पर इस परंपरा की शुरुआत करने वाले मुंबई के भक्त सेठ चिरंजीलाल के परिजन अभी भी इस रस्म को निभा रहे हैं।
आधा रह गया है लड्डू का वजन:
पहले लडडू का वजन एक किलोग्राम के करीब था, जो अब घटकर आधा किलो ही रह गया। 45 हजार रुपये की लागत से करीब पांच कुंतल लड्डू बनाए जा रहे हैं। दशकों से चली आ रही है परंपरा:
जन्माष्टमी और राधाष्टमी की पूर्व संध्या पर आठ दशक से लड्डू बंटने की परंपरा चल रही है।
- रास बिहारी गोस्वामी। - लडडू बंटने की परंपरा नंदगांव और बरसाने के बीच राधाकृष्ण के प्रेम को जीवंत कर रही है।
- जगन्नाथ गोस्वामी। नंदगांव और बरसाना की लड्डू बंटने की परंपरा ब्रज में होने वाले आनंदोत्सव का भी संदेश दे रही है। - बांके गोस्वामी
लडडू मांगलिक कार्यों पर होने वाली खुशी और प्रसन्नता के लिए बांटे जाते हैं।
- दीपक गोस्वामी