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Scam in Development Work: 'अनलॉक' हो रहे प्रधानों के घोटाले, जानिए क्या हैं पूरे मामले

इस महीने दो ग्राम प्रधानों के वित्तीय अधिकार छिन चुके हैं दोनों ही महिला प्रधान।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 04:49 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 04:49 PM (IST)
Scam in Development Work: 'अनलॉक' हो रहे प्रधानों के घोटाले, जानिए क्या हैं पूरे मामले
Scam in Development Work: 'अनलॉक' हो रहे प्रधानों के घोटाले, जानिए क्या हैं पूरे मामले

आगरा, जागरण संवाददाता। बंदी के बाद अनलॉक से अधिकांश लोगों को राहत मिली है, लेकिन इस अनलॉक की वजह से कई प्रधानों का संकट बढ़ गया है। पूर्व में की गई शिकायतों की फाइलें खुल गई हैं। कुछ की जांच भी पूरी हो गई हैं। इसमें से दो ग्राम प्रधानों के वित्तीय अधिकार तो इसी महीने सीज किए जा चुके हैं। दोनों ही प्रधान महिला हैं। 

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ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के नाम पर खूब घोटाले किए गए। नाली, खड़ंजा, चक रोड निर्माण, हैंडपंप मरम्मत आदि तमाम कार्य कुछ प्रधानों ने कागजों में ही करा दिए। इनकी शिकायतों पर फाइलें खुलने लगी हैं। बंदी में कार्यालय पूरी तरह से बंद रहे, इसके चलते ये जांचें लंबित रहीं। अनलॉक की प्रक्रिया में सरकारी कार्यालयों में पटरी पर काम लौटने लगा है। इसी क्रम में जांचें भी शुरू हो गई हैं। बताया जा रहा है कि लगभग 15 ग्राम प्रधानों के खिलाफ घोटालों से संबंधित शिकायतें हैं।

केस एक

विकास खंड एत्मादपुर के खेड़ी अडू गांव की प्रधान ऊषा देवी के घोटाले उजागर हुए हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने इसकी जांच की। इसके अनुसार, गांव डेरा नट में प्रधान ने सीसी रोड बनवाई नहीं, इसका 1.90 लाख रुपये का भुगतान करा लिया। ग्राम पंचायत कार्यालय के लिए फर्नीचर की आड़ में 3.68 लाख रुपये का घोटाला उजागर हुआ। इसी प्रकार गांव तेहिया में 5.86 लाख रुपये के नाली खरंजा बनवाए बिना ही भुगतान करा लिया। इस पर डीएम ने उनके वित्तीय अधिकारी सीज कर दिए।

केस दो

विकास खंड बरौली अहीर के गांव कली की प्रधान सुशीला देवी के भी इसी महीने घोटाले उजागर हुए हैं। उन्होंने दो अलग-अलग वित्तीय वर्ष में एक ही हैंडपंप की मरम्मत का कार्य दिखाया। जबकि वह हुआ ही नहीं था। इसके अलावा कुछ हैंडपंप क्षेत्रीय जनता ने चंदे की रकम से ठीक कराए, इसे भी सरकारी मरम्मत कार्य दिखाकर भुगतान कर लिया। गांव के लोगों ने एक टीटीएसपी की भी मरम्मत कराई, इसे भी सरकारी कार्य दिखाकर भुगतान लिया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इसकी जांच की। इस पर इनके वित्तीय अधिकारी सीज किए गए।

कई ग्राम प्रधानों की शिकायतों की जांच चल रही है। इस महीने अब तक दो ग्राम प्रधानों की जांच पूरी हो चुकी है। इनके वित्तीय अधिकार सीज किए गए हैं। जल्द ही कुछ और ग्राम प्रधानों के खिलाफ चल रही जांच भी पूरी होंगी।

जे. रीभा, मुख्य विकास अधिकारी  


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