सीबीएसई Twitter पर कर रहा शंकाओं के समाधान, आप भी कर सकते हैं इस्तेमाल Agra News
तनाव कम करने को ट्विटर पर चलाई हेल्पलाइन। परीक्षार्थी पूछ रहे परीक्षा और व्यवस्था संबंधी सवाल।
आगरा, जागरण संवाददाता। जैसे-जैसे बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे परीक्षार्थियों के तनाव का स्तर बढ़ता जा रहा है। इसे कम करने के लिए सीबीएसई ने एक फरवरी से ही टेली काउंसलिंग की सुविधा शुरू कर दी थी। साथ ही ट्विटर पर भी हेल्पलाइन चल रही है, जिस पर विद्यार्थी लगातार अपनी शंकाएं दूर कर रहे हैं।
सीबीएसई की ट्विटर पर शुरू की गई हेल्पलाइन पर रोजाना परीक्षा संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। कोई भी परीक्षार्थी ट्वीट के माध्यम से यदि परीक्षा संबंधी, व्यवस्था संबंधी समस्या पूछता है तो उसका जवाब कुछ ही मिनटों में दिया जा रहा है। सीबीएसई ने समस्याओं के समाधान के लिए वेबसाइट पर एक लिंक भी जारी किया है।
ट्वीट किए गए कुछ प्रश्न और उनके उत्तर
- मैं दसवीं कक्षा में हूं और मुझे प्री बोर्ड में 76 फीसद अंक प्राप्त हुए हैं, क्या इसका मतलब यह है कि मैं बोर्ड परीक्षा में 90 फीसद अंक प्राप्त नहीं कर सकता?
उत्तर- आप उन टॉपिक्स और विषयों पर अधिक समय दें जो आपको कठिन लगते हैं। प्री-बोर्ड के अंकों पर बोर्ड के फीसद निर्भर नहीं होते।
- क्या अंकों के सत्यापन या पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया के बाद अंक बढ़ या घट सकते हैं?
उत्तर- अंक सत्यापन की प्रक्रिया के बाद प्राप्त अंक बढ़ भी सकते हैं और कम भी हो सकते हैं। छात्रों को संशोधित परिणाम स्वीकार करना होगा।
- क्या सीबीएसई विशिष्ट रूप से सक्षम अभ्यर्थियों को कोई छूट देती है?
उत्तर- जी हां, इसके लिए आप सीबीएसई वेबसाइट पर 12 अप्रैल 2019 का सर्कुलर देखें।
- क्या अंक सुधारने के लिए दी जाने वाली परीक्षा के लिए भी दोबारा प्रैक्टिकल दिया जाएगा? क्या वर्ष 2019 के उनके प्रैक्टिकल अंक माने जाएंगे?
उत्तर- वर्ष 2019 में परीक्षा देने वाले छात्रों के प्रैक्टिकल अंक बोर्ड के पास उपलब्ध रिकार्ड से लिए जाते हैं। 2019 से पहले यानि 2018 या उससे पहले के विद्यार्थियों को उसी आधार पर अंक दिए जाते हैं।
- लगातार पढऩे से सिर दर्द होता है और कमजोरी भी महसूस होती है। क्या करूं?
उत्तर- घंटों बैठकर पढ़ाई न करें। पढ़ाई को समय से नहीं, एकाग्रता से पढ़ें।