Mass Murder Case Agra: तलाक लेने से बैठी पंचायत में रेखा को किया गया था समझाने का प्रयास
Mass Murder Case Agra जिद पर अड़ी रेखा को दिया था बच्चों के भविष्य का हवाला। नहीं मानने पर सगे संबंधियों ने आना-जाना कर दिया था बंद। पुलिस द्वारा का हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए रेखा राठौर के रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोतवाली के कूचा साधूराम में चौहरे हत्याकांड ने शहर को दहला दिया है। मां और तीन बच्चों की गला काटकर हत्या की गुत्थी पुलिस देर-सवेर सुलझा लेगी। ढाई साल पहले रेखा ने यदि परिवार के लोगों की बात मान ली होती ताे शायद उसके व बच्चों के साथ यह घटना नहीं होती। पति से तलाक लेने की जिद पर अड़ी रेखा को परिवार की पंचायत में रिश्तेदारों ने समझाने का प्रयास किया था। उसके नहीं मानने पर रिश्तेदारों ने घर पर आना-जाना बंद कर दिया था।
पुलिस द्वारा का हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए रेखा राठौर के रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि परिवार के लोगों को रेखा ने करीब ढाई साल पहले पति सुनील से तलाक लेने की जानकारी दी थी। इस पर उसकी शादी कराने वाले मौसा वेदराम और चाचा प्रमोद आदि ने समझाने का प्रयास किया था। शादी के 13 साल बाद पति से अलग होने का विरोध किया था।
उन्होंने परिवार की पंचायत बुलाकर रेखा को उसके तीनों बच्चों के भविष्य का हवाला दिया था। मगर, रेखा ने अपना फैसला नहीं बदला था। वह पति सुनील राठौर से तलाक लेने की जिद पर अड़ी हुई थी। इसे लेकर सगे संबंधियों से रेखा की तकरार भी हुई थी। पति से तलाक लेने के उसके फैसले से सभी नाखुश थे। यही कारण था कि दो साल पहले जब उसने पति से तलाक लिया तो सगे संबंधियों ने उसके घर आना-जाना लगभग बंद कर दिया था। पोस्टमार्टम गृह पर पहुंचे रिश्तेदारों को कहना था कि रेखा ने ढाई साल पहले उनकी बात मान ली होती तो शायद यह घटना नहीं होती।