Air Quality: आगरा में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार कार्बन मोनोऑक्साइड
Air Quality अगस्त के छह दिनों में हवा में निरंतर अधिक रही सीओ की मात्रा। वाहनों की उचित सर्विस नहीं होना और तेल में मिलावट मुख्य वजह।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में लॉक डाउन और अनलॉक-एक व दो में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ, लेकिन अनलॉक-3 में कार्बन मोनोऑक्साइड का जहर हवा में फिर से घुलने लगा है। अगस्त के छह दिनों में हवा में कार्बन मोनोऑक्साइड सीओ की मात्रा सबसे अधिक दर्ज की गई। इसका असर यहां की वायु गुणवत्ता पर भी देखने को मिला है।
संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर एकत्र एक से छह अगस्त के आंकड़ों को देखें तो आगरा की हवा में सीओ सबसे अधिक घुली रही। इसके चलते वायु गुणवत्ता दो दिन संतोषजनक और चार दिन मध्यम स्थिति में दर्ज की गई। आगरा में अति सूक्ष्म कण (पीएम2.5) को वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार माना जाता है। अब सीओ बढ़ने की वजह कई मानी जा रही हैं। इनमें वाहनों की उचित सर्विस नहीं होना, किसी वस्तु का सही तरह से नहीं जल पाना, डीजल चालित वाहनों की फिटनेस व प्रदूषण स्तर की जांच नहीं होना, डीजल में कैरोसिन की मिलावट, लोडर वाहनों व जुगाड़ के संचालन को माना जाता है। इसके साथ ही सिंचाई के लिए किसानों द्वारा भी डीजल इंजन में डीजल के साथ कैरोसिन का प्रयोग किया जाना हैं।
सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन संजय प्लेस में है। यहां दिनभर वाहनों का आवागमन होता है। इनमें डीजल चालित लोडर वाहन भी होते हैं, जिनकी उचित तरह से सर्विस आदि नहीं कराई जाती है। यह आगरा की हवा में सीओ घुलने की मुख्य वजह हैं।
तिथि, एक्यूआइ, सीओ, स्थिति
एक अगस्त, 85, 152, संतोषजनक
दो अगस्त, 108, 146, मध्यम
तीन अगस्त, 123, 130, मध्यम
चार अगस्त, 130, 187, मध्यम
पांच अगस्त, 136, 169, मध्यम
छह अगस्त, 79, 107, संतोषजनक