Road Accident in Agra: सेना में भर्ती की तैयारी करते युवकों को कार ने रौंदा, दो की मौत
जैतपुर थाना क्षेत्र के ऊदी मोड़ की घटना कार चालक भी घायल। अस्पताल ले जाते समय दोनों ने तोड़ा दम दो घायल।
आगरा, जेएनएन। जैतपुर थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी करने को दौड़ लगाने गए चार युवकों को तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया। दुर्घटना में दो युवकों की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गयी। दो युवक घायल हो गए। वहीं हादसे के बाद कार अनियंत्रित होकर चालक समेत सड़क किनारे गड्ढे में गिर गयी। उसमें फंसे चालक और घायल युवकों को ग्रामीणों और पुलिस ने बाहर निकाला। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया। उधर, युवकों की मौत के खबर से उनके घरों में कोहरम मच गया।
जैतपुर इलाके के दर्जनों युवक सेना और पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। इसके चलते यह युवक रोज सुबह पांच बजे गांव के बाहर कई किलोमीटर तक दौड़ लगाने जाते हैं। घटना सोमवार की सुबह साढ़े पांच बजे की है।पुष्कर पुत्र राजेश निवासी कस्बा जैतपुर, अनुज पुत्र गिरिजा शंकर निवासी गांव बनकटी जैतपुर, अवनीश निवासी गांव धनकटा जैतपुर और अवधेश पुत्र रामरतन निवासी गांव हरपुरा जैतपुर रोज की तरह ऊदी-इटावा मार्ग पर दौड़ लगाने गए थे।
ऊदी मोड़ से पहले सामने से आती तेज रफ्तार कार ने चारों युवकाें को चपेट में ले लिया। इसमें पुष्कर और अवधेश गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने गड्ढे में पलट गयी।चालक हिमांशु भी घायल हो गया। कार में सवार अन्य लोग मौके से भाग गए। मौके पर जुटे ग्रामीणाों ने पुलिस की मदद से कार चालक समेत अन्य घायलों को अस्पताल भेजा
गंभीर रूप से घायल पुष्कर (19 वर्ष) ने एसएन लाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं अवधेश (20 वर्ष) को सैफई मेडिकल कॉलेज भेजा गया। उसकी भी रास्ते में मौत हो गयी।
पुलिस ने बाकी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों युवकों की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश था। पुलिस ने उन्हें किसी तरह समझाकर शांत कराया। एसपी ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पिता को बचपन से वर्दी में देख सेना मे जाना चाहता था पुष्कर
पुष्कर और अवधेश की मौत की खबर उनके परिवार को मिलने पर उनके घरों में कोहराम मच गया। स्वजनों का उन्हें वर्दी में देखने का सपना अधूरा रह गया। पुष्कर के पिता राजेश जैतपुर थाने में होमगार्ड हैं। वह बचपन से पिता को वर्दी में देख रहा था। परिवार के नजदीकी लोगों ने बताया कि इसके चलते पुष्कर भी वर्दी पहनना चाहता था। वह सेना और पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहा था।