Navratra 2020: नवरात्र में आगरा की इस मिठास का स्वाद हुआ दोगुना, दूसरे राज्यों में बढी मांग
Navratra 2020 नवरात्र में पेठा की मांग दोगुनी हुई दूसरे राज्यों से मिल रहे आर्डर। दीवाली तक पेठा कारोबार में तेजी बने रहने की उम्मीद। ताजमहल और अन्य स्मारक न खुलने के चलते पर्यटक न आने से पेठा की खपत नहीं हो रही थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। नवरात्र में बाजारों में रौनक है। ऐसे में पेठा कारोबार के लिए भी नवरात्र शुभ संकेत लेकर आए हैं। छह माह से सुस्ती झेल रहा पेठा कारोबार ने तीन दिन में रफ्तार पकड़ ली है। स्थानीय बाजार के साथ दूसरे राज्यों में भी पेठा की खपत बढ़ गई है। आर्डर मिलने से पेठा कारोबारियों के चेहरे पर चमक है। बाजार में दीवाली तक तेजी बनी रहने की उम्मीद है।
लाकडाउन में पेठा कारोबार ठप पड़ गया था। अनलाक में जब पेठा इकाइयां खुली तो उनके पास आर्डर नहीं थे। ताजमहल और अन्य स्मारक न खुलने के चलते पर्यटक न आने से पेठा की खपत नहीं हो रही थी। पिछले दिनों जब ताजमहल खुला तो पेठा कारोबारियों को थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन उम्मीद के मुताबिक पर्यटक न आने से ताजमहल खुलने से पेठे की मांग में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आया। ऐसे में नवरात्र और दीवाली पर पेठा कारोबारियों की उम्मीद टिकी थीं। नवरात्र की शुरुआत से पहले की पेठे की मांग में तेजी अाना शुरू हो गई थी। पेठा शुद्ध व सस्ती मिठाई होने के चलते मांग बढ़ी है। पेठा कारोबारी सोनू मित्तल ने बताया कि नवरात्र में मांग बढ़ी है। व्रत के लिहाज से पेठा शुद्ध मिठाई है। दूसरी मिठाई से काफी सस्ता होने के चलते भी लोग इसे पसंद करते हैं।
नवरात्र में 20 करोड़ कारोबार का अनुमान
नवरात्र में पेठे की मांग बढ़ने से पेठा व्यापारी खुश हैं। शहीद भगत सिंह पेठा कुटीर उद्योग के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि नवरात्र से पेठे की मांग में दोगुनी से ज्यादा तेजी आई है। आगरा के अलावा हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड से अच्छे आर्डर आ रहे हैं। नवरात्र में पेठा बाजार में 20 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। पेठा स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। डायबिटीज रोगियों के लिए शुगर फ्री और लो शुगर पेठा भी उपलब्ध है।
नहीं मिल रहे कारीगर
पेठा की मांग बढ़ने से पेठा इकाइयों में काम बढ़ गया है। ऐसे में कारीगरों की मांग बढ़ गई है। लाकडाउन में अपने गांव चले कारीगरों को दोबारा बुलाया जा रहा है। इसके साथ कच्चे पेठा भी कम आ रहा है। इससे कच्चे पेठे के दामों में तेजी आई है। a