Lucknow Expressway पर बस नहीं, मौत भर रही थी फर्राटा, जांच में मिलीं ये खामियां Agra News
फीरोजाबाद बस हादसा की उप परिवहन आयुक्त ने की जांच पाईं कई तकनीकी खामियां। गोरखपुर आरटीओ को किया आरोपित आंख मूंदकर दी हरी झंडी।
आगरा, जागरण संवाददाता। फीरोजाबाद में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बुधवार रात हुआ बस हादसा विभागीय अफसरों की लापरवाही का नतीजा था। उप परिवहन आयुक्त ने हादसे का मुख्य कारण ओवरस्पीड माना है। बस का ढांचा और अन्य तकनीकी बिंदुओं पर गोरखपुर के आरटीओ और उनके कार्यालय को कठघरे में खड़ा किया है।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर बुधवार रात फीरोजाबाद जिले के भदान क्षेत्र में भीषण बस हादसा हुआ था। दिल्ली से बिहार के मोतीहारी जा रही ये स्लीपर बस एक ट्रॉला से टकरा गई थी। ये ट्रॉला ओवरटेक लेन पर पंचर होकर खड़ा था। हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे की जांच के लिए उप परिवहन आयुक्त अनिल कुमार मिश्रा गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ आगरा के एआरटीओ ए के सिंह और अलीगढ़ के आरटीओ प्रवर्तन फरीदुददीन भी थे।
ये मिली खामियां
- ये बस(यूपी 53एफटी 4629) गोरखपुर आरटीओ में केसी जैन ट्रेवल्स के नाम से पंजीकृत है।
- बस का टैक्स 31 अगस्त 2019 तक जमा है।
- बस 65 सीटर होनी चाहिए मगर ये बस 96 सीटर थी। इसमें 40 स्लीपर और 16 सीट थीं। एक स्लीपर में दो सीट गिनी जाती हैं।
- बस की अधिकतम लंबाई 60 गज होनी चाहिए मगर बस की लंबाई 61 गज है।
- बस की चौड़ाई भी मानकों से अधिक थी।
- बस ने बुधवार रात में 40 मिनट में तय की थी 50 किमी की दूरी।
- माइलस्टोन 21 स्थित टोल प्लाजा से रात्रि 9.10 बजे निकली थी। माइलस्टोन 71 पर 9.50 बजे हादसा हुआ।
ये कहा उप परिवहन आयुक्त ने
उप परिवहन आयुक्त अनिल कुमार मिश्रा ने 'जागरणÓ को बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बस गलत लेन(ओवरटेक लेन) पर फर्राटा भर रही थी। ओवरस्पीड के कारण हादसा हुआ। गोरखपुर आरटीओ ने आंख मूंद कर बस को फर्राटा भरने की परमीशन कैसे दे दी? गोरखपुर के आरटीओ प्रशासन, एआरटीओ प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। बताया कि जांच रिपोर्ट परिवहन आयुक्त को भेज दी गई है।