कुपवाड़ा आतंकी हमला: चिता को मुखाग्नि देने के बाद अब शहीद पति की अस्थियों का किया विसर्जन Agra News
कोहरे की धुंध के बीच स्वजनों ने किया पिंडदान। पत्नी एवं देवर ने किया अस्थि विसर्जन।
आगरा, जेएनएन। कुपवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद भरतपुर के सौरभ की अस्थियां सोमवार सुबह हरिपदी गंगा में विसर्जित की गई। शहीद के अस्थि विसर्जन में सोरों के युवा एवं समाजसेवी भी शामिल हुए।
बरौली, रूपवास भरतपुर निवासी 22 वर्षीय सौरभ पुत्र नरेश कटारा तीन वर्ष पहले सेना में भर्ती हुए थे। आठ दिसंबर को बड़े भाई गौरव एवं सौरभ की शादी दो सगी बहनों से हुई थी। शादी के बाद 16 दिसंबर को वह अपनी ड्यूटी पर गए थे। 23 दिसंबर को कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में घायल होने पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अस्थि विसर्जन के लिए रविवार रात को ही स्वजन सोरों पहुंच गए। सोमवार सुबह हरिपदी गंगा के वराह घाट पुरोहित भोला बिहारी ने विधि-विधान से अस्थि विसर्जन कराया। शहीद की नवविवाहिता पत्नी पूनम एवं भाई अनूप ने अस्थि विसर्जित कीं। वहीं इसके बाद विधि-विधान से घाट पर ही पिंडदान किया। इस दौरान शहीद के चाचा लक्ष्मन प्रसाद, मामा सत्यनरायन, फुफेरा भई हरिओम एवं बुआ कृष्णा के साथ बड़े भाई गौरव भी मौजूद रहे। वहीं सोरों से अमित अनाड़ी, मुकेश कटारे, कंहैयालाल, निर्मल तिवारी, सतीश भारद्वाज, मोना मिश्रा भी इस दौरान साथ में रहे। विसर्जन के बाद में स्वजन कछला घाट पर भी गए।
घूंघट की ओट से निभाईं रस्में
शहीद की पत्नी पूनम की शादी को अभी एक माह भी नहीं बीता है। पति की शहादत के बाद में उसने अंतिम संस्कार की रस्में निभाईं। सोमवार सुबह घूंघट की ओट में पूनम को देख कर कई आंख नम हो गई। बता दें कि सौरभ शादी के महज 16 दिन बाद अपने जन्मदिन के दिन ही शहीद हो गए थे।