संविदा पर नौकरी की सौदेबाजी करते भाजपा नेता का ऑडियो वायरल, हो गए पदमुक्त Agra News
एक लाख में काम कराने का ऑडियो वायरल पार्टी ने पद से हटाया। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री हैं आरोपित।
आगरा, जेएनएन। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री का संविदा पर नौकरी के लिए सौदेबाजी करने का ऑडियो वायरल होते ही पार्टी में खलबली मच गई। जिला संगठन ने नेतृत्व को पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद मोर्चा के प्रदेश महामंत्री ने महामंत्री को पद से हटा दिया है।
मंगलवार सुबह वायरल हुए इस ऑडियो में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री दानिश अल्वी से अमांपुर का एक शख्स एक युवती की नौकरी लगवाने की बात कर रहा है। दानिश उसे कासगंज डाकघर या लखनऊ अस्पताल में नौकरी का विकल्प देते हैं। नौकरी के नाम पर एक लाख रुपये से ज्यादा लगने की बात करते हुए कहते हैं मामला समाज का है लिहाजा एक लाख में काम करा देंगे। ऑडियो वायरल होते ही मामला जिलाध्यक्ष पूर्णेंद्र सिंह सोलंकी के संज्ञान में लाया गया। उन्होंने इसे अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश महामंत्री एवं ब्रज क्षेत्र प्रभारी नवेंदु सिंह को पूरे मामले से अवगत कराया। देर शाम मीडिया प्रभारी संजय पुंडीर ने प्रेस नोट जारी किया, जिसमें मोर्चा के प्रदेश महामंत्री द्वारा दानिश अल्वी को पद से हटाने का जिक्र है।
'अ़ॉडियो पूरी तरह से फर्जी है। मैं तो थाने एवं चौकी भी नहीं जाता हूं। मेरे राजनीतिक विरोधियों ने साजिश की है, हमने पार्टी के लिए काम किया है। अपने पदाधिकारियों के समक्ष अपनी बात रखेंगे।'
दानिश अल्वी
जिला महामंत्री
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा
'अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश इकाई ने दानिश को सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया है। पार्टी जल्द ही अगली कार्रवाई करेगी।'
पूर्णेंद्र सोलंकी
जिलाध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी
ऑडियो में ये हुई है बात
नेता जी: हां, बताओ?
कॉलर: नेता जी, एक लड़की है, पैर से अपाहिज है।
नेता जी: कासगंज करा दो पोस्टऑफिस में। हम करा देंगे। लखनऊ करना चाहेगी वो। वहां अस्पताल में।
कॉलर: कितना खर्च हो जाएगा नेता जी?
नेता जी: ऐसे काम के एक से ऊपर लग रहे हैं। एक लग जाएगा।
कॉलर: मतलब एक लाख रुपया?
नेताजी: हां
कॉलर: संविदा पर ही तो रहेगी?
नेता जी: हां, मगर जब स्थायीकरण होगा तो सरकारी हो जाएगी।
कॉलर: हमें क्या करना पड़ेगा?
नेताजी: सारे डॉक्यूमेंट लाने पड़ेगें। मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड आदि। वाट्सएप पर भेज देना। कोई डाउट हो तो हमसे क्लीयर कर लें। शरमाने की जरूरत नहीं। और हां, क्या एक ही बच्चा है अमांपुर में?
कॉलर: ज्वाइनिंग लेटर कौन देगा?
नेताजी: लखनऊ से ही मिलेगा, वहां इंटरव्यू होगा। महीने का चक्कर नहीं, हम एक सप्ताह में करा देंगे। हमारी वहां फुल सेटिंग है, फुट सपोर्ट। लखनऊ हमारा घर है, हमारी राजनीति वहीं से चलती है। चाहे एक मंत्री हों या दस। कासगंज में हम किसी नेता पर नहीं फूलते। कासगंज में तो नेताओं से बस मिलना-बैठना होता है बस। एक बात तुम्हें बताएं? सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट पर कल्याण सिंह के साथ वाली फोटो लगाई तो कप्तान का फोन आया था। कह रहे थे अरे नेता जी कभी मिलने आओ। हम कह दिया कि आएंगे, मगर हम गए नहीं मिलने।
कॉलर: हां, वो तो हम आपके बारे में जानते हैं।
नेता जी: नो टेंशन, हम तुम्हारा काम करा देंगे। नो टेंशन। दो- चार बच्चे और हों तो बताना। अस्पताल, कंडक्टर, पोस्टऑफिस में करा देंगे। ये काम विधायक कोटे से हो रहे हैं। हमने सेटिंग कर ली है। एक सप्ताह में करा देंगे।