लोग परेशान, नहीं बन रहे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र
नगर निगम के चार जोनल कार्यालयों में हर दिन पहुंचते हैं 600 लोग आनलाइन आवेदन के बाद लगाने पड़ रहे चक्कर
आगरा, जागरण संवाददाता । बाग फरजाना निवासी पीके अग्रवाल ने बेटे सुमित के जन्म प्रमाण पत्र के लिए हरीपर्वत जोनल कार्यालय में एक अक्टूबर को आवेदन किया था, लेकिन अभी तक प्रमाण पत्र नहीं बना है। कुछ यही हाल आवास विकास कालोनी सेक्टर चार निवासी गोविद गुप्ता का है। बेटी सौम्या के जन्म प्रमाण पत्र के लिए दो माह पूर्व आवेदन किया था। ताजगंज निवासी श्रीलाल के पिता बांके बिहारी का पांच अक्टूबर को निधन हो गया था। दस अक्टूबर को स्वजन ने बांके के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। अभी तक यह बनकर नहीं मिला है। शहर में पीके अग्रवाल, गोविद गुप्ता जैसे सैकड़ों लोग हैं जो प्रमाण पत्र के लिए चार जोनल कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। शिकायतों के बाद भी प्रमाण पत्र बनकर नहीं मिल रहे हैं।
नगर निगम ने जोनल प्रणाली लागू कर रखी है। हरीपर्वत, छत्ता, ताजगंज और लोहामंडी में जोनल कार्यालय खुले हुए हैं। चारों कार्यालयों से ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होते हैं। यहां हर दिन 600 लोग पहुंचते हैं। प्रमाण पत्र के लिए आनलाइन आवेदन किया जाता है। एक बार दस्तावेज की जांच कराने पहुंचना पड़ता है। दयालबाग निवासी रश्मि सिंह ने बताया कि बेटी विशाखा के जन्म प्रमाण पत्र के लिए सितंबर के अंतिम सप्ताह में आवेदन किया था। अभी तक प्रमाण पत्र नहीं मिला है। इसकी शिकायत मेयर नवीन जैन से की गई है। ताजगंज निवासी श्रीलाल ने बताया कि नगर निगम के अफसरों से दो बार प्रमाण पत्र न बनने की शिकायत की जा चुकी है।
500 से 700 रुपये मांगते हैं दलाल : जोनल कार्यालयों के बाहर दलाल सक्रिय हैं। जन्म हो या फिर मृत्यु प्रमाण पत्र, यह बनवाने के लिए 500 से 700 रुपये की मांग की जाती है।
- जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र देरी से बनने की शिकायत मिली है। जल्द ही इसकी समीक्षा की जाएगी। लोगों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
नवीन जैन, मेयर