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Indian Birds Census: भारतीय पक्षियों की कुल संख्‍या जल्‍द आएगी सामने, गणना हो चुकी है पूरी

भारतीय पक्षी दिवस पर बर्ड काउंटिग का समापन। देश में पक्षियों की गणना के लिए साप्‍ताहिक कार्यक्रम शुरू किया गया था। इसका समापन गुरुवार शाम को हो गया है। अब देश भर से एकत्र आंकड़ाेें की गणना के बाद मौजूद पक्षियों की संख्‍या सार्वजनिक की जाएगी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 12:31 PM (IST)Updated: Fri, 13 Nov 2020 12:31 PM (IST)
Indian Birds Census: भारतीय पक्षियों की कुल संख्‍या जल्‍द आएगी सामने, गणना हो चुकी है पूरी
आगरा में पहली बार ट्राईकलर मुनिया बर्ड दिखी है।

आगरा, जेएनएन। भारत के बर्ड मैन के नाम से विख्यात सलीम अली की जयंती को सलीम अली बर्ड काउंट कार्यक्रम द्वारा मनाया गया। इस अवसर पर संपूर्ण भारत में पक्षियों की गणना का साप्ताहिक कार्यक्रम चलाया गया। बर्ड काउंट कार्यक्रम पांच नवम्बर से शुरू होकर सलीम अली की जयंती 12 नवम्बर को समाप्त हुआ। यह कार्यक्रम बीएनएचएस, बर्ड काउंट इंडिया व ईबर्ड संस्थाओं द्वारा चलाया गया। कार्यक्रम में बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के पांंच सदस्यों ने भी भाग लिया। अब सभी जगह से एकत्र आंकड़ों की गणना के बाद कुल संख्‍या सार्वजनिक की जाएगी।

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तीन स्थानों पर की गई पक्षियों की पहचान एवं गणना

भारतीय जैव विविधता के संरक्षण एवं अध्ययन करने वाली संस्था बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के पाँच सदस्यों के दल ने सप्ताह भर चले कार्यक्रम में तीन असंरक्षित वेटलैंड पर जाकर पक्षियों की प्रजातियों की पहचान एवं गणना की। संस्था के अध्यक्ष डॉ के पी सिंह के नेतृत्व में डाॅ धीरेन्द्र सिंह, नितिश परिहार, नवीन चंद्रा एवं राखी चाहर पाँच सदस्यों के दल में शामिल रहे। सदस्यों ने दो दिन जोधपुर झाल, दो दिन सेवला ग्वालियर रोड एवं एक दिन फतेहपुर सीकरी पर पक्षियों की पहचान एवं गणना की।

आगरा में चेस्टनट मुनिया और ट्राई कलर मुनिया की गई रिकार्ड

बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के अध्यक्ष डॉ के पी सिंह के अनुसार बर्ड काउंट कार्यक्रम के दौरान प्रवासी एवं आवासीय पक्षियों की 180 से अधिक प्रजातियों की पहचान हुई। प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों में ट्राई कलर मुनिया, चेस्टनट मुनिया, जंगल क्वैल, ग्रेटर फ्लेमिंगो, काॅटन पिग्मी गूज, बार हेडेड गूज, ग्रे लेग गूज, टफ्टिड डक, नार्दन शोवलर, नार्दन पिनटेल काॅमन टील, यूरेशियन कूट, सिट्रिन वेगटेल, काम्ब डक, रूडी शेल्डक, स्पाट विल्ड डक, लेशर विशलिंग डक, पेन्टेड स्टार्क, ब्लिथ रीड बैबलर, ब्लूथ्रोट, ट्री पिपिट, टैनी पिपिट मुख्य रूप से पहचानी गई।

इन तीनों स्थानों पर पक्षियों की गणना के आंंकड़ो के अनुसार मुनिया की पाँच, वेगटेल की पाँच, पिपिट की चार, हैरोन की चार, ईग्रिट की चार, बैबलर की चार, बीवर की तीन, पोचार्ड की दो, कोर्मोरेन्ट की दो, फ्लेमिंगो की दो, बी ईटर की दो, क्रेन की दो, श्राइक की चार, स्टाॅर्क की चार, स्वैलो की चार, आउल की चार, किंगफिशर की तीन, डव की तीन, प्रीनिया की चार, बुलबुल की तीन, आइबिस की तीन, जेकाना की दो, प्लोवर की तीन, रोलर की दो प्रजातियां रिकार्ड की गई हैं। 


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