Water Charges: जितना यूज करेंगे पानी उतना देना होगा बिल आगरा में, पानी की बर्बादी भी रुकेगी
पानी की एक बूंद की बर्बादी पड़ेगी भारी। आगरा स्मार्ट सिटी के तहत ताजगंज के 50000 से अधिक घरों में जल्द ही मीटर लगने जा रहे हैं। जल संस्थान के कर्मचारी हर माह घर-घर जाकर रीडिंग लेंगे और जो भी बिल आएगा उसे चुकाना होगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। पानी की एक बूंद की बर्बादी भी अब आप पर भारी पड़ने जा रही है। अगर आप नल खोल देते हैं या फिर घर में कहीं कोई लीकेज हो जाता है तो आपकी छोटी सी इस गलती से आपको तगड़ा झटका लग सकता है। क्योंकि मीटर में जो भी रीडिंग आएगी, उसी आधार पर अब आपको बिल का भुगतान करना होगा। आगरा स्मार्ट सिटी के तहत ताजगंज के 50,000 से अधिक घरों में जल्द ही मीटर लगने जा रहे हैं। जल संस्थान के कर्मचारी हर माह घर-घर जाकर रीडिंग लेंगे और जो भी बिल आएगा उसे चुकाना होगा।
1000 करोड़ रुपए की लागत से ताजगंज व उसके आसपास के क्षेत्रों को स्मार्ट तरीके से विकसित किया जा रहा है। जीवनीमंडी वाटरवर्क्स से लेकर ताजगंज तक 1200 एमएम की पानी की लाइन बिछाई जा रही है। यह लाइन सेंसर युक्त है यानी अगर लाइन में कहीं कोई लीकेज हो जाता है तो इसका जल्द पता चल जाएगा। इससे पाइपलाइन की मरम्मत में आसानी रहेगी और लाखों लीटर गंगाजल बर्बाद होने से बचाया जा सकेगा, फिलहाल वाटरवर्क्स से लेकर पुलिस चौकी तक पाइपलाइन चुकी है जबकि पुरानी मंडी तिराहे से आगरा किला मोड़ तक लाइन बिछाने का कार्य अंतिम चरण में है। आगरा स्मार्ट सिटी के एक अधिकारी ने बताया कि ताजगंज क्षेत्र में जल्द ही मीटर लगाने का कार्य शुरू होगा। इसी आधार पर भवन स्वामियों को बिल जमा करना होगा। यह बिल हर माह का होगा।
50,000 से अधिक है भवन स्वामी
नगर निगम के 100 वार्ड में 3:30 लाख भवन स्वामी हैंं। यह भवन स्वामी चार जोन में हैं। ताजगंज में 50,000 से अधिक भवन स्वामी हैं।
मीटर लगाने का जल्द शुरू होगा कार्य
आगरा स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ निखिल टीकाराम का कहना है कि ताजगंज क्षेत्र में जल्द ही पानी के मीटर लगाने का कार्य शुरू होगा। यह कार्य 2 से 3 माह के भीतर पूरा हो जाएगा।
पानी के लिए नहीं होगा तरसना
ताजगंज क्षेत्र के लिए अलग से एक राइजिंग लाइन बिछाई जा रही है। ऐसे में पानी के लिए लोगों को तरसना नहीं पड़ेगा । वर्तमान में 30 साल पुरानी लाइन आए दिन लेकर जाती है। इससे लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है।