आईपीएल से पहले आगरा में क्रिकेटरों की नीलामी, तीन राज्यों के खिलाड़ी शामिल
जीडी गोयनका मास्टर कप के लिए आज लगेगी पूर्व क्रिकेटरों की बोली। एक लाख रुपये में खरीदनी होगी फ्रेंचाइजी को पूरी टीम। 60 खिलाड़ियों के चयन के लिए 152 आवेदन आए। खिलाड़ियों की बोली का बेस प्राइज पांच हजार रुपये से शुरू होगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। आईपीएल से पूर्व ताजनगरी में क्रिकेटरों की नीलामी होने जा रही है। जीडी गोयनका क्रिकेट एकेडमी में रविवार को पूर्व रणजी खिलाड़ियों का आक्शन होगा। 26 जनवरी से होने जा रहे जीडी गोयनका टी-20 मास्टर कप के लिए चार टीमों के 60 खिलाड़ियों की बोली लगनी है। खिलाड़ियों की बोली का बेस प्राइज पांच हजार रुपये से शुरू होगा। चैंपियनशिप में खेलने के लिए उप्र के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश के 152 क्रिकेटरों ने टीमों में शामिल होने के लिए दावेदारी की है।
चैंपियनशिप में खेलने वाली चार टीमों के फ्रेंचाइजी टीएमटी स्टील्स, हाइसन, यूनिक शूज और डेक्कन के मालिक टीमों के लिए खिलाड़ियों की बोली लगाएंगे। आक्शन में कोई भी टीम अपने सभी खिलाड़ियों को मिलाकर एक लाख रुपये तक में खरीद सकती है। चैंपियनशिप के सभी मैच गोयनका चाहर एकेडमी में शनिवार और रविवार को सुबह दस बजे से शुरू होंगे।
खिलाड़ियों को देना होगा आधार कार्ड
जीडी गोयनका स्कूल के प्रधानाचार्य पुनीत वशिष्ठ का कहना है कि चैंपियनशिप में 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के क्रिकेटर ही खेल सकेंगे। टीम में चयनित होने वाले खिलाड़ियों को आधार कार्ड की फोटोस्टेट कापी टीम मैनेजमेंट को देनी होगी। वशिष्ठ ने बताया कि वेटरंस चैंपियनशिप में कई प्रदेशों और रेलवे के पूर्व रणजी खिलाड़ियों के अलावा कई प्रदेशों से खेल चुके खिलाड़ियों के चौके-छक्के देखने को मिलेंगे।
ऐतिहासिक स्थलों के नाम पर टीमें
जीडी गोयनका मास्टर कप के संरक्षक संजय अग्रवाल का कहना है कि चैंपियनशिप में खेलने वाली चारों टीमों के नाम शहर के ऐतिहासिक स्थलों के नाम पर रखे गए हैं। इनमें ताज टाइगर्स, फोर्ट स्ट्राइकर्स, बल्केश्वर फाइटर्स और कैलाश वारियर्स हैं।
यादें ताजा करते हैं वेटरंस मैचः दीपक चाहर
टीम इंडिया के सदस्य और मध्यम गेंदबाज दीपक चाहर का कहना है कि इस तरह की चैंपियनशिप निश्चित रूप से पूर्व खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाती हैं। साथ ही वेटरंस खिलाड़ियों को भी अपनी फिटनेस के बारे में पता चलता है। दीपक का कहना है कि खिलाड़ी की खेलने की इच्छा कभी नहीं मरती है। इसलिए यह टूर्नामेंट इन खिलाड़ियों को उनके पुराने दौर की यादें फिर से ताजा करने का काम कर रहे हैं।