गांवों में सरकार बनते ही दौड़ पड़ी विकास कार्यों की रेल, जानिये ताजनगरी के किस ब्लाक में कितने हाे रहे काम
मानसून से पहले आगरा जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में अधिक से अधिक तालाब तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है। जिससे कि बारिश के पानी को सहेजा जा सके। इससे मनरेगा के तहत पंजीकृत मजदूरों को भी खूब रोजगार मिल रहा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। गांव में प्रधानों की सरकार बनने के साथ ही विकास कार्यों ने रफ्तार पकड़ ली है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जिले में 3112 विकास कार्य कराए जा रहे हैं। जिले की 690 में से 600 ग्राम पंचायतों में नाली, खडंजा, चक रोड निर्माण, तालाब खुदाई के तमाम कार्य चल रहे हैं।
मानसून से पहले जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में अधिक से अधिक तालाब तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है। जिससे कि बारिश के पानी को सहेजा जा सके। इससे मनरेगा के तहत पंजीकृत मजदूरों को भी खूब रोजगार मिल रहा है। कोराेना कर्फ्यू के चलते जिले में विकास कार्य थम से गए थे। मजदूरों की आजीविका चलते रहे, इसके लिए कुछ कार्य जारी थे लेकिन कोरोना की डर की वजह से मजदूर भी कम ही बाहर निकल रहे थे। गांवों में प्रधान न होने की वजह से प्रशासक भी विकास कार्यों के प्रति रूचि नहीं ले रहे थे। कोरोना वायरस संक्रमण का खौफ होने और गांवों में प्रधानों के कमान संभालने के साथ ही विकास कार्यों ने रफ्तार पकड़ ली है। अछनेरा में 159, अकोला में 122, बाह में 439, बरौली अहीर में 171, बिचपुरी में 32, एत्मादपुर में 110, फतेहाबाद में 408, फतेहपुर सीकरी में 180, जगनेर में 175, जैतपुर कलां में 359, खंदौली में 87, खेरागढ़ में 168, पिनाहट में 236, सैंया में 115 और शमसाबाद में 351 विकास कार्य चल रहे हैं। सबसे अधिक विकास कार्य फतेहाबाद ब्लाक में हो रहे हैं। सबसे कम काम खंदौली ब्लाक में हो रहे हैं।